न्यूज डेस्क
यूपी के ताज नगरी में पपीते के छिलके खाने से 12 गायों की मौत हो गई। इन पपीतों को कार्बाइड से पकाया गया था। इस बात का खुलासा पशुपालन विभाग के चिकित्सकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ है। इसमें साफ कहा गया है कि कार्बाइड से पके पपीते खाने से गाय मरी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार आगरा के राधाकृष्ण गोशाला में दो दिन में करीब 12 गायें मर गई और 60 गायें बीमार हो गई थी। इसको लेकर वहां लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद पशु पालन विभाग के चिकित्सकों और इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने जांच की तो पाया गया की गायों के चारे में पपीते के छिलके मिले थे जिन्हें कार्बाइड से पकाया गया था।
गोशाला में करीब 60 गायों में से 12 मर गई जबकि बाकियों को पशु पालन विभाग ने उपचार करके बचा लिया गया। पोस्टमार्टम रिपार्ट में कार्बाइड के जहर से मौत के बाद भी विसरा आईवीआरआई बरेली को भेजा गया है, ताकि विस्तृत जांच की जा सके।
वहीं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी अधिकारियों डा. अशोक कुमार दौनेरिया ने कहा ‘विभाग द्वारा संचालित गोशालाओं में गायों के चारे पर खास ख्याल रखा जा रहा है। कार्बाइड से पके फल और छिलके नुकसानदेह है, इसलिए इसे रोका जाए। गोशाला की गाय मरने की यही वजह थी’। जबकि एफएसडीए की जिला अभिहीत अधिकारी डा. श्वेता सैनी का कहना है कि ‘कार्बाइड से फल पकाना प्रतिबंधित है। अगर कहीं भी कोई इसका उपयोग कर रहा है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पूर्व में भी इसके खिलाफ कई कार्रवाई की गई हैं।’
आपको बता दें कि हाई कोर्ट ने फलों को पकाने के लिए कार्बाइड के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। कार्बाइड से पकाए फलों से नुकसान हो सकते हैं। कार्बाइड के प्रयोग पर कोई प्रतिबंध भी लगा है, इसकी जानकारी उपभोक्ता को नहीं है। साथ ही बताया कि फलों को पकाना है तो एथनाल से पकाएं, इसका सेहत पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
हो सकती हैं गंभीर बिमारियां
अगर आप को फल खाने का शौक है तो सावधान हो जाएं, क्योंकि बाजार में उपलव्ध चमकदार फलों को खाने से आपको लीवर कैंसर, गुर्दे तथा बड़ी आंत का कैंसर हो सकता है। बाजार में इस समय फलों के राजा आम, केला, पपीता तथा अमरूद की भरमार है, जिन्हें बेहद नुकसानदायक तथा जहरीले रसायन कार्बाइड से पकाये जाते हैं।