जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. हरियाणा के यमुनानगर में रेलवे पुलिस में सब इंस्पेक्टर अफसर अली ने अपनी पांच महीने की गर्भवती पत्नी नजमा को गाड़ी से कुचलवा दिया और खुद ही उसे मरणासन्न हालत में लेकर अस्पताल पहुँच गया. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
सब इंस्पेक्टर अफसर अली ने पूरे शातिराना तरीके से अपनी पत्नी की हत्या कराकर पुलिस से यह उम्मीद की कि उसे इन्साफ मिले. तमाम कोशिशों के बाद भी जब पुलिस के हाथ खाली रहे तो मामला अपराध शाखा के सिपुर्द कर दिया गया. अफसर अली की तमाम चालाकियों के बावजूद उसकी मामूली से गलती ने अपराध शाखा के अधिकारियों की आँखों में चमक ला दी. अफसर अली को पकड़कर पुलिसिया तरीके से तफ्तीश की गई तो उसने पूरा राज़ उगल दिया.
अफसर ली उत्तर प्रदेश का रहने वाला है. उसकी फेसबुक के ज़रिये बरेली की नजमा से दोस्ती हुई. दोस्ती प्यार में बदल गई. दोनों मिलने लगे. अफसर अली उसके साथ रिश्ता तो बनाना चाहता था मगर शादी नहीं करना चाहता था. दबाव पड़ा तो उसने 2019 में नजमा से शादी कर ली. नजमा के घर वालों ने उसे दहेज़ के अलावा 12 लाख रुपये भी दिए. इसी बीच अफसर अली के घर एक और रिश्ता आया था जो 50 लाख रुपये देने की बात कर रहे थे.
50 लाख के लालच में अफसर अली ने नजमा को तलाक देने का फैसला किया लेकिन इसी बीच तीन तलाक क़ानून आ गया. अफसर अली की अच्छी कार्य पद्धति की वजह से उसे प्रमोट कर इन्सपेक्टर बना दिया गया था. वह नजमा को तलाक के लिए प्रताड़ित करने लगा तो नजमा ने पुलिस विभाग में पति की शिकायत की. इस शिकायत की वजह से उसका डिमोशन हो गया और वह फिर से सब इन्सपेक्टर बन गया.
डिमोशन से नाराज़ अफसर अली ने नजमा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इस योजना में अपने चचेरे भाइयों और दोस्तों को तैयार किया. यह लोग अफसर अली के गाँव से स्कार्पियो गाड़ी लेकर यमुनानगर पहुँच गए. सुबह टहलने के बहाने अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर अफसर अली सड़क पर आया. इसी बीच तेज़ रफ़्तार स्कार्पियो ने नजमा को रौंद दिया. अस्पताल में नजमा की मौत हो गई.
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अपराध शाखा ने जब मौत का राज़ खोलने के लिए पड़ताल शुरू की तो नजमा पर चढ़ने वाली गाड़ी अफसर अली के गाँव की निकली. इसी गाड़ी के सहारे पुलिस हत्यारों तक पहुँच गई. अपने अच्छे काम के लिए सब इन्सपेक्टर से इन्सपेक्टर बन जाने वाला अफसर अली अब जेल में चक्की पीसने की तैयारी कर रहा है.