न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। 2020 आने मेें अब कुछ ही दिन शेष बचे हुए हैं। 2019 के साल में हमने काफी खुशियों के पल जिए हैं तो दूसरी और इस साल कभी ना भूलने वाले दर्द भी मिले हैं। 2019 में राजनीति की कुछ ऐसी हस्तियां हमारे बीच से गई हैं जिनकी यादें इस देश के लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी। चलिए आज हम उन सब के बारे में आपको स्मरण करवाते हैं।
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मनोहर पर्रिकर
गोवा के मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता मनोहर पर्रिकर का 17 मार्च, 2019 को अग्नाशय कैंसर के कारण निधन हो गया था। पर्रिकर गोवा के चार बार मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने पहली बार 2000 में मुख्यमंत्री का पद संभाला। लेकिन 2002 में उनकी सरकार गिर गई।
2002 में वह विधानसभा में चुनकर आए और पांच जून 2002 को वह फिर से गोवा के मुख्यमंत्री बने। 13 मार्च 2017 को उन्होंने चौथी बार गोवा की कमान संभाली थी। तब से वह बीमारी में भी राज्य में सरकार चला रहे थे। उन्होंने नरेंद्र मोदी की सरकार में रक्षा मंत्री का पद भी संभाला था।
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शीला दीक्षित
लगातार डेढ दशक तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही और मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित का 20 जुलाई, 2019 को निधन हो गया था, वह 81 वर्ष की थीं। उनका निधन हृदय में तकलीफ होने के कारण राजधानी के एस्कॉर्ट अस्पताल में हुआ था।
शीला दीक्षित का जीवन उतार चढ़ाव भरा रहा। वे तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं, लेकिन 2013 में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल से चुनाव हार जाने के कारण उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था।
अरुण जेटली
पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त, 2019 को दिल्ली एम्स में निधन हो गया। वे 66 वर्ष के थे। किडनी ट्रांसप्लांट करवा चुके जेटली को कैंसर हो गया था।
उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। लोकसभा चुनाव 2014 में अमृतसर संसदीय सीट से हारने के बाद जेटली स्वास्थ्य कारणों से 2019 के लोकसभा चुनावों में उम्मीदवार नहीं बने थे।
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सुषमा स्वराज
पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी की कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त, 2019 को गया था। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मौत से 3 घंटे पहले सुषमा ने ट्वीट किया और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी थी।
वो मोदी सरकार में विदेश मंत्री बनने वाली भारत की पहली महिला थी, लेकिन यहां तक पहुंचने का उनका सफर काफी कठिन रहा। सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी, 1952 में अंबाला में हुआ था। उन्होंने अंबाला छावनी के एसडी कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी।
जयपाल रेड्डी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी का 28 जुलाई, 2019 को एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 77 साल के थे। जानकारी के मुताबिक वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। वह बुखार और निमोनिया रोग से पीड़ित थे।
जयपाल रेड्डी का जन्म 16 जनवरी 1942 को हुआ था। उन्होंने 7 मई 1960 में लक्ष्मी से विवाह किया था। उनके दो बेटे और एक बेटी हैं। उन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई की थी।
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