जुबिली स्पेशल डेस्क
पाकिस्तान में मची सियासी उथल-पुथल धीरे-धीरे अपने अंजाम की ओर बढ़ रही है। विपक्ष दलों द्वारा पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आने से वहां राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। अब तो सत्ता में बैठे कई सहयोगी भी इमरान खान का साथ छोड़ रहे हैं।
वहीं पाकिस्तान की सियासत से एक और बड़ी जानकारी सामने आ रही है। दरअसल प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी कुर्सी बचाने के लिए एक नया दांव चला है। इमरान खान ने विपक्ष के नेता को संदेश भेजा है। इस संदेश में कहा गया है कि अगर उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव वापस लिया जाता है तो वो असेंबली को भंग कर देंगे। हालाँकि संसद भंग करने का इमरान के प्रस्ताव को विपक्ष ने खारिज कर दिया है और विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाने पर अड़ा है इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर आज से चर्चा भी शुरू हो गई है।
उधर इमरान के खिलाफ नेशनल असेंबली में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले उनकी सहयोगी पार्टी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान यानी एमक्यूएम-पी ने उनके खिलाफ वोट करने का एलान किया है। इमरान खान ने गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक की।
PM Imran Khan has offered to dissolve the assembly if a no-confidence motion against him is withdrawn. According to the sources, an “important personality” has given a message of PM to the Leader of Opposition in National Assembly Shahbaz Sharif: Pakistan's Geo News
(File pic) pic.twitter.com/fEnHzH0NpD
— ANI (@ANI) March 31, 2022
यह भी पढ़ें : युवाओं को तोहफा देने जा रही योगी सरकार, 100 दिनों में 20 हजार सरकारी…
यह भी पढ़ें : दिल्ली : सीवर में फंसे 4 लोगों ने तोड़ा दम
यह भी पढ़ें : विल स्मिथ ने क्रिस रॉक को थप्पड़ मारने के लिए मांगी माफी
मंगलवार देर रात को विपक्षी पार्टियों के गठबंधन के साथ एमक्यूएम-पी ने बैठक की और बुधवार को अपने फैसले का ऐलान किया।
बुधवार को तड़के पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट किया, ”संयुक्त विपक्ष और एमक्यूएम के बीच समझौता हो गया है। हम कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के साथ ये फैसला साझा करेंगे। बधाई हो पाकिस्तान।”
इस फैसले के बाद इमरान खान के पास सरकार में बने रहने के लिए जरूरी संख्या जुटा पाने का संकट गहराता ही जा रहा है।
यह भी पढ़ें : बनारस के घाट पर सिंगर सुखविंदर ने ऐसा क्या कर दिया है कि जिसपर मचा है बवाल
यह भी पढ़ें : UP में वक्त से पहले आई गर्मी, अचानक बढ़ रहा तापमान
यह भी पढ़ें : IPL 2022 : राजस्थान की सनराइजर्स पर रॉयल जीत
एमक्यूएम-पी के पास 7 सदस्य हैं। अब तक माना जा रहा है कि विपक्ष के पास असेंबली में 169 सदस्य हैं, वहीं इमरान खान की पार्टी पीटीआई के पास 171 सदस्य हैं।
अगर एमक्यूएम-पी के सात सदस्य इमरान खान के खिलाफ वोट करते हैं तो ऐसे में उनके लिए ये अविश्वास प्रस्ताव जीतना बेहद मुश्किल हो जाएगा।