लखनऊ. पुलवामा हमले के बाद से पाकिस्तान की एक नई तस्वीर सामने आई है। जिसके बाद से इमरान खान की काफी तारीफ हुई। कुछ घटनाओं ने यह साबित किया कि पाकिस्तान अब बदल रहा है। हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यह मात्र एक छलावा है।
14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तनाव चरम पर है। हालांकि पुलवामा हमले के बाद भारत की ओर से एयर स्ट्राइक की गई। जिसमें 300 आतंकियों के मारे जाने के दावे किए जा रहे हैं।
एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से भी भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की गई। वहीं इस बीच भारतीय एयर फाॅर्स के विंग कमांडर अभिनन्दन के पाकिस्तान के कब्जे में होने का वीडियो सामने आया।
इस वीडियो के सामने आने के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात बनने लगे। जिसे लेकर दुनियाभर में एक बड़े युद्ध का संकट मंडराने लगा। इस बड़े संकट को लेकर अमेरिका, फ्रांस समेत अन्य देश भी चिंतित नजर आए और सबने शांति बनाए रखने की अपील की साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करने की बात भी कही।
यह सब चल रहा था तभी अचानक से पाकिस्तान की ओर से विंग कमांडर का एक और वीडियो सामने आया जिसमें अभिनन्दन चाय पीते हुए नजर आए और उन्होंने खुद के सुरक्षित होने और पाकिस्तान की आर्मी द्वारा अच्छे व्यवहार की बात कही।
इसके अगले दिन पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपनी संसद में सम्बोधन के दौरान अभिनन्दन की रिहाई की बात कही। इमरान खान के इस बयान के बाद दोनों देशों के बीच तनाव कम हुआ और अगले दिन विंग कमांडर की वापसी के साथ ही एक बड़े युद्ध का खतरा टल गया।
जब यह सब चल रहा था तो इस दौरान एक और चर्चा मीडिया और सोशल मीडिया में चल रही थी वो यह की क्या इमरान खान का भारत को लेकर नजरिया पूर्व के पाकिस्तानी पीएम से इतर है या फिर यह एक छलावा है। चर्चा तो यह भी की जा रही है कि यह मोदी का भारत है जिसके आगे पाकिस्तान ने घुटने टेक दिए।
हालांकि सच क्या है यह तय करना अभी संभव नहीं है उसके लिए हमें और इंतजार करना होगा तब ही स्पष्ट हो पाएगा की इमरान का पाकिस्तान बदला है या फिर मोदी का भारत फिलहाल हम कुछ घटनाओं को देखें तो उससे इमरान खान और पाकिस्तान बदला हुआ जरुर नजर आ रहा है।
अभिनन्दन की वापसी-
पाकिस्तान की ओर से बिना किसी शर्त विंग कमांडर की रिहाई ने सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया में भी पाकिस्तान की छवि को बदला है। इतना ही नहीं संसद में इमरान खान ने जो बयान दिया वह भी काफी संतोषजनक था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से यह ‘पीस जेस्चर’ है, यानि शांति की अपील के तहत विंग कमांडर को रिहा किया जा रहा है।
आतंकवादियों पर कार्रवाई-
पाकिस्तान ने आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के 44 आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात उद दावा (जेयूडी) और फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) को अपने देश में प्रतिबंधित 70 आतंकियों की सूची में शामिल कर लिया है।
मंत्री पर कार्रवाई-
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सूचना और संस्कृति मंत्री फ़ैयाज़ अल हसन चौहान को हिंदुओं पर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद पद से हटा दिया गया है। मंत्री चौहान ने हिंदुओं को गाय का मूत्र पीने वाला बताते हुए कहा था कि भारत पाकिस्तान का मुक़ाबला नहीं कर सकता है।
सेना के इशारे पर बचाया जा रहा है आतंकियों को
पाकिस्तान द्वारा की जा रही इन कार्रवाइयों के दूसरे पहलू भी बताए जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है की यह पीएम मोदी की मजबूत विदेश नीति के कारण हुआ है।
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट करके कहा था कि उनके पास भारत और पाकिस्तान के लिए अच्छी खबर है। उसके बाद ही इमरान खान ने विंग कमांडर के रिहाई की बात संसद में कही।
कुछ लोगों का यह भी कहना है कि पाकिस्तान हमेशा से ही दोहरा चरित्र पेश करता रहा है। एक तरफ आतंकियों को शरण देता है और दूसरी तरफ मित्रता की बात करता है।
जहां तक की एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान शायद कभी हाफिज सईद और मसूद अजहर के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं करेगा और ना ही वास्तव में उन्हें गिरफ्तार करेगा। उनके आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध भी आंखों में धूल झोंकने से ज्यादा कुछ नहीं है, क्योंकि पाकिस्तान में बहुत आराम से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन नाम बदलकर काम करने लगते हैं।
बता दें कि पाकिस्तान ने आतंकियों को पाकिस्तान के एंटी टेरेरिज्म कानून 1997 के तहत गिरफ्तार नहीं किया गया है, बल्कि बहुत हल्की धारा में हिरासत में रखा गया है। इसमें ये बमुश्किल कुछ दिनों बाद ही रिहा हो जाएंगे। इस रिपोर्ट के अनुसार, जैश के 44 आतंकियों को हिरासत में लेने की बात पर ये भी कहा जा रहा है कि दरअसल ये काम सेना के ही इशारे पर किया गया है, जिससे ये सारे आतंकी सुरक्षित रहें।