जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से योग गुरु बाबा रामदेव और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बीच रार कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल योग गुरु बाबा रामदेव ने एलोपैथी और डॉक्टरों को लेकर जो बयान दिया है उसकी वजह से वो लगातार लोगों के निशाने पर है।
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर बाबा रामदेव एक नहीं कई वीडियो सामने आ रहा है जिसमें उन्होंने खुलकर एलोपैथी और डॉक्टरों के खिलाफ बयान दिया है। इसके बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ मोर्चा खोला दिया है।
इंडियन मेडिकल असोसिएशन की उत्तराखंड शाखा ने बाबा रामदेव को 1000 करोड़ का मानहानि नोटिस भेजने के बाद अब खुली बहस की चुनौती दी है।
इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने बाबा रामदेव को कहा है कि वह उन एलोपैथिक अस्पतालों के नाम बताएं, जहां पर कोरोना के इलाज के नाम पर पतंजलि की दवाएं दी गईं।
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जयलाल ने न्यूज एजेंसी से कहा, “योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ हम नहीं है। उनके बयान कोविड -19 के टीकाकरण के खिलाफ हैं। हमें लगता है कि उनके बयान लोगों को भ्रमित कर सकते हैं, उन्हें विचलित कर सकते हैं। यह हमारी बड़ी चिंता है क्योंकि उनके कई अनुयायी हैं।
बता दें कि रामदेव का कई वीडियो सोशल मीडिया इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। एक वीडियो में बाबा रामदेव अपनी गिरफ्तारी को लेकर खुली चुनौती देते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा था कि गिरफ्तार तो उनका बाप भी नहीं कर सकता।
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इस वीडियो पर गौर करे तो रामदेव कह रहे हैं कि उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर रामदेव की गिरफ्तारी का ट्रेंड चलाते हैं तो कभी ट्रेंड चलाते हैं कि रामदेव ठग है। चलाने दीजिए। अब ये गुण हम भी सीख गए हैं। और जो हम लोग ट्रेंड चलाते हैं वो सबसे ऊपर भी रहता है। इसी वीडियो में उन्होंने यहां तक कह डाला है कि अरेस्ट तो किसी का बाप भी नहीं कर सकता मुझे ।