जुबिली न्यूज़ डेस्क
सफलता के लिए खुद की मेहनत जितनी जिम्मेदार होती है, उतनी ही जिम्मेदार हमारी संगत भी होती है। यदि हमारी संगत सही रहेगी तो कामों में सफलता भी मिलेगी और उत्साह भी बना रहेगा। गरुड़ पुराण के आचार कांड के अनुसार, जानिए कैसे लोगों की संगत से बचना चाहिए, ताकि कामों में सफलता प्राप्त की जा सके।
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फालतू बातें करने वाले लोग
कुछ लोगों की आदत होती है कि वे अधिकतर फालतू या बिना मतलब की बातें ज्यादा करते हैं। ऐसे लोग हमारा समय बर्बाद करते हैं और कार्यों में बाधा भी बन सकते हैं। ऐसे लोग साथ रहेंगे तो काम समय पर पूरा होगा, इसकी संभावनाएं बहुत कम रहती हैं।
नकारात्मक सोचने वाले लोग
जो लोग हमेशा डरते रहते हैं, किसी भी काम में पहले नकारात्मक सोचते हैं, वे न तो खुद आगे बढ़ पाते हैं और ना ही दूसरों की मदद कर पाते हैं। ऐसे लोग यदि हमारे आसपास रहेंगे तो हमारी सोच भी नकारात्मक हो सकती है। इसकी वजह से हम कोई भी काम ठीक से नहीं पाएंगे।
दिखावा करने वाले लोग
आजकल ऐसे लोग काफी हैं जो दिखावा ज्यादा करते हैं, लेकिन काम कम करते हैं। इनसे भी हमें बचना चाहिए। ऐसे लोगों का एक मात्र उद्देश्य होता है, दूसरों का आकर्षण पाना। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए वे दूसरों का नीचा दिखाने में भी संकोच नहीं करते हैं। इनसे बचने में ही भलाई होती है।
आलसी लोगों से बचें
जो लोग आलसी हैं, उनसे किसी काम की उम्मीद करना ही असफलता की ओर पहला कदम है। यदि हमारे आसपास कोई आलसी व्यक्ति है तो वह न तो खुद ठीक से काम करेगा और ना ही हमें जल्दी काम करने देगा। ऐसे में हमारा समय भी बर्बाद होगा और हम लक्ष्य से दूर हो जाएंगे।
कोसने वाले लोग
जो लोग खुद कुछ नहीं कर पाते हैं, वे अक्सर भगवान को या अपने भाग्य को दोष देते हैं। जबकि भगवान उन लोगों की ही मदद करते हैं जो खुद काम करते हैं। ये लोग हमारे आसपास रहेंगे तो अपनी दुखभरी कहानी सुना- सुनाकर हमारा समय बर्बाद करेंगे। इसीलिए इनसे भी बचना चाहिए।
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