न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। युवाओं में सरकारी नौकरी पाने के लिए होड़ सी मची हुयी है। जब युवाओं का सरकारी नौकरी का सपना पूरा नहीं होता तो वह फर्जी सरकारी नौकर बनकर गलत कार्य करने को मजबूर हो जाते है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सामने आया है।
जहां शहबाज आलम नामक युवक नकली RTO बनकर अपने साथियों समेत रात में ट्रको की चेकिंग करता था। चेकिंग के दौरान जिन ट्रकों को उसके साथी रोकते थे उनसे वसूली भी करता था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस की पूछताछ में कई चौंकाने वाली बातें सामने आयी है। शहबाज आलम ने लखनऊ के रहने वाले आनंद कुमार से पैसा लेकर कानपुर आरटीओ में चालक पद का नियुक्ति पत्र दिया है।
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आनंद जब आरटीओ दफ्तर पहुुंचा तो यहां आरटीओ प्रशासन से बताया कि चालक पद पर उसकी नियुक्ति हुई है। यह बात सुनकर विभाग सक्ते में आ गया। जबकि विभाग से ऐसी कोई नियुक्ति हुयी ही नहीं है।
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आनंद कुमार की बातें सुनकर आरटीओ उदयवीर सिंह को शक हुआ कि यह नियुक्ति पत्र नकली है। उदयवीर सिंह ने उससे फिर पूछताछ की तो पता चला कि शहबाज आलम अभी ऑफिस आ रहे हैं।
तब उदयवीर सिंह का शक और भी गहरा हो गया। फिर उन्होंने मौके पर पुलिस को बुला लिया। नकली आरटीओ शहबाज जैसे ही उदयवीर के कमरे में पहुंचा तो पुलिस ने उसे दबोच लिया।
पुलिस की पूछताछ में नकली RTO बना शहबाज ने बताया कि वो किसी सरकारी विभाग से नहीं है। वह लखनऊ आरटीओ में दलाली करता है। वह आनंद से पैसा लेकर उसको फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था। इस मामले में कानपुर आरटीओ प्रशासन का कहना है कि यह फर्जी एआरटीओ बनकर गाड़ियों की चेकिंग करता था।
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इसने सरकारी विभाग में एक युवक को चालक के पद पर फर्जी निुक्ति पत्र दिया था। इसके पास से नकली मोहर, आईडी कार्ड मिले हैं। इसको पुलिस के हवाले कर दिया गया है।