जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। आज की युवा पीढ़ी अक्सर गलत टै्रक पर चलती है और अक्सर इंटरनेट की दुनिया में गलत चीजों को देखते हैं लेकिन उनको ये पता नहीं होता है क्या सही है और क्या गलत।
इसके सााि ही साइबर जगत में अपराध तक ऐसी कई उलझनें है, जिसके बारे में आपको जानकारी नहीं होती है और बाद में आप परेशानी में पड़ सकते हैं।
अक्सर लोग इस बारे में जानकारी चाहते हैं लेकिन वो शर्म के मारे पूछ नहीं पाते हैं। इंटरनेट पर सबसे ज्यादा आज की युवा पीढ़ी पॉन देखती है और उसको ये पता नहीं होता है कि पॉर्न देखना अपराध है या नहीं? लेकिन इसका सही और सटीक जवाब किसी के पास नहीं होता है। इस विशेष लेख में हम आपको इससे जुड़ी हुई जानकारी देने जा रहे हैं और लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
नियम क्या कहते हैं
साइबर एक्सपर्ट ने इस बारे में बताया कि पॉर्न देखना सामान्यत: अपराध नहीं है, लेकिन, यह बात निर्भर करती है कि देखा जा रहा किस तरह का कंटेंट है. चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखना बड़ा अपराध है, जिसके तहत पॉक्सो अधिनियम की सजा होती है। भारत सरकार इसपर लगाम लगाने के लिए कई वेबसाइटों को बैन कर रखा है। अगर कोई भी इसे चोरी छुपे देखता है तो अपराध करने की श्रेण्ी में आयेंगा।
इतना ही नहीं ऐसी वेबसाइटों पर जाना भी क्राइम माना जायेगा और साथ में वीपीएन या प्रॉक्सी नेटवर्क का इस्तेमाल भी अवैध है। इसे पूरी तरह से गैर कानूनी माना जायेगा।
जिस वेबसाइट पर सरकार ने बैन कर रखा है और अगर किसी दूसरे तरीके से उस वेबसाइट पर जाने से बचना चाहिए क्योंकि कुछ ब्राउजर में ऐसे वेबसाइट ओपेन नहीं होते हैं. ऐसे में किसी अन्य माध्यम का इस्तेमाल करना गैरकानूनी करार दिया गया है। पॉर्न देखने वालों में सबसे ज्यादा लोग अमेरिका के हैं जबकि भारत की बात करें तो यहां दूसरे देशों की तुलना में लोग काफी कम पॉर्न देखते हैं।