जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज ने आगाह करते हुए कहा कि भारत में राष्ट्रीय स्तर पर अगर एक महीने का लॉकडाउन लगाया जाता है तो जीडीपी में 2% तक की गिरावट आ सकती है।
ब्रोकरेज कंपनी ने उम्मीद जताई है कि कोविड महामारी को फैलने से रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर ही लॉकडाउन लगाया जाएगा। बोफा सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि एक महीने पहले कोविड के 35000 मामले थे जो अब 7 गुना बढ़कर 2.61 लाख से अधिक हो गए हैं। इससे जो अभी शुरूआती चरण का पुनरूद्धार था, उसके लिए जोखिम उत्पन्न हो गया है।
ये भी पढ़े: 11 अप्रैल तक कोरोना वैक्सीन की 44 लाख डोज हो गई खराब
ये भी पढ़े: कोविड-19 के इलाज में इंजे. रेमडेसिवीर (Remdesivir) क्या वास्तव में कारगर है?
रिपोर्ट के अनुसार यह देखने की बात है कि क्या कोविड-19 की दूसरी लहर राष्ट्रीय स्तर पर लॉकडाउन के बिना समाप्त होगी। राष्ट्रीय स्तर पर अगर एक महीने के लिये भी लॉकडाउन लगाया जाता है, जीडीपी को एक से दो प्रतिशत का नुकसान हो सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उच्च आर्थिक लागत को देखते हुए, हमारा अनुमान है कि केंद्र और राज्य सरकारें कोविड-19 की रोकथाम से जुड़े नियमों (मास्क, उचित दूरी आदि) को कड़ाई से लागू कर, रात्रि कर्फ्यू और स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन के जरिए इस पर अंकुश लगाने का प्रयास करेंगी।
ये भी पढ़े: ऑक्सीजन की किल्लत को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार से क्या कहा?
ये भी पढ़े: लॉकडाउन को लेकर SC से योगी सरकार को बड़ी राहत, HC के फैसले पर लगाई रोक