जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष को लगातार झटका लग रहा है। पहले हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा और सीएम की कुर्सी भी छोडऩी पड़ी तो दूसरी तरफ केजरीवाल को भी आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन अभी तक उन्होंने सीएम की कुर्सी को नहीं छोड़ा है और दावा किया जा रहा है वो जेल से सरकार को चला सकते हैं लेकिन ये आसान नहीं होगा क्योंकि कुछ चीजे जेल में बैठकर संभव नहीं हो सकता है। जेल के नियमों के अनुसार जेल में सरकार चलाना आसान नहीं होने जा रहा है।
उनमें अधिकारियों से मशवरा करना, कैबिनेट मीटिंग करना और एडवोकेट जनरल से सलाह लेना है। इसके अलावा मुख्यमंत्री का काम कागज और फाइल पर हस्ताक्षर भी करना होता है। पूरे राज्य पर अपनी नजर रखनी पड़ती है। ऐसे में हो सकता है कि अगले कुछ घंटो में उनको सीएम की कुर्सी छोडऩी पड़ सकती है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि अगर केजरीवाल सीएम पद से इस्तीफा देते हैं तो अगला सीएम कौन होगा।
बता दें कि केजरीवाल से पहले आम आदमी पार्टी के तीन बड़े नेता भी जेल में भी है। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को अभी तक बेल नहीं मिल सकी। इसके चलते आम आदमी पार्टी पहले से नेतृत्व की बड़ी समस्या है।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी की काफी मुश्किलें बढ़ गई है। अगर वो इस्तीफा देते हैं तो दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मार्लेना और गोपाल राय में से दिल्ली के सीएम के तौर पर नई जिम्मेदारी दी जा सकती है। मीडिया रिपोट्र्स की माने तो दोनों ही नेता केजरीवाल के भरोसेमंद चेहरे माने जाते हैं और आम आदमी पार्टी दिल्ली की कमान सौंप सकती है।
गोपाल राय आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से है और वो अन्ना आंदोलन के समय से केजरीवाल से है और उनका अुनभव भी पार्टी के काम आ रहा है। हालांकि वो काफी लो-प्रोफाइल वाले नेता है। आतिशी ने शिक्षा और वित्त मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रही है और अक्सर सरकार का पक्ष रखती हुई नजर आती है।