न्यूज डेस्क
दुनिया भर के शानदार गेंदबाज हैरान है. हवा में लहराती गेंद बल्लेबाज को चकमा दे कर स्टम्प्स में टकरा तो रही हैं , मगर वे बल्लेबाज को आऊट नही कर पा रही . आम तौर पर इसे क्लीन बोल्ड कहा जाता है , लेकिन फिलहाल अम्पायर की उंगली नही उठ रही .
क्रिकेट की दुनिया में फिलहाल यही सबसे बडी चर्चा है .
30 मई से शुरू हुए क्रिकेट इस महासमर में हर दिन नए रिकॉर्ड बन रहे हैं और कई टूट रहे हैं। लेकिन इस दौरान एक बात ऐसी है जो सबके लिए एक पहेली से बनी हुई है और वो विकेट पर रखी हुई गिल्लियां।
गिल्लियों का वज़न अधिक
वर्तमान विश्वकप में ऐसे लगभग दस मौके आए जब गेंद स्टंप पर लगी, लेकिन गिल्लियां नहीं गिरी। इसका कारण गिल्लियों का अधिक वजनी होना बताया जा रहा है। जानकारों की माने तो इसकी मुख्य वजह है इस विश्वकप में ख़ास तौर पर इस्तेमाल की जा रही ज़िंग गिल्लियां जिसके भीतर फ्लैशिंग लाइट्स हैं। इन गिल्लियों का वज़न अधिक होता है। इन गिल्लियों के अंदर कई तारें जुड़ी हुई हैं। ताकि गेंद के स्टंप पर लगने पर उनसे रोशनी निकले।
कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि स्टम्प्स के शीर्ष पर जिन गड्ढों में गिल्लियां फंसी रहती हैं, वे गड्ढे इस बार कुछ अधिक गहरे बना दिए गए हैं। इसलिए गेंद की तेज़ चोट के बाद भी वो उनमें फंसी रह जाती हैं।
आईसीसी का क्या कहना
हालांकि, आईसीसी इन गिल्लियों को समस्या नहीं मान रहा। उसका कहना है कि इनका वज़न सामान्य गिल्लियों और तेज़ हवा वाले दिनों के लिए रखी जाने वाली वज़नदार गिल्लियों के बीच का है।
पहले भी ऐसा हो चुका
लेकिन चूंकि इस विश्वकप के 14 मुक़ाबलों में पांच बार ऐसा हुआ है जब बल्लेबाज बोल्ड हो गया हो लेकिन फिर भी गिल्लियां स्टंप से नीचे नहीं गिरी हैं। चार बार तो तेज गेंदबाजों की गेंद लगने के बाद गिल्लियां नहीं गिरी। यहां तक कि दो-तीन बार तो स्टंप में लगी एलईडी लाइट भी नहीं जली। इससे पहले आइपीएल 2019 के दौरान भी ऐसा हो चुका है। हालांकि 2015 विश्व कप में भी ऐसा हुआ था लेकिन उस समय ऐसी घटनाएं इक्का-दुक्का ही थीं।
गिल्लियां नहीं गिरी तो आउट नहीं
बता दें कि गिल्लियां गिरे बिना बल्लेबाज़ को आउट नहीं माना जा सकता। विश्व कप 2019 में अब विकेटों की गिल्लियां ही चर्चा के केंद्र में आ गई हैं। वहीं, स्टंप में गेंद लगने के बाद भी बेल्स का न गिरना इतनी आम बात हो गई है कि दर्शकों का विश्वास एलईडी स्टंप्स पर से उठता जा रहा है।
कई कप्तानों ने जताया विरोध
हालांकि, अब इन भारी गिल्लियों को लेकर कई कप्तानों ने विरोध भी जताया है। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली, आस्ट्रेलिया के कैप्टन आरोन फिंच और इंग्लैंड के कप्तान ने इसका खुले तौर पर नाराजगी जाहिर की है।
आंकड़ों की माने तो कम से कम पांच बार तो इसका खामियाजा ऑस्ट्रेलिया को ही भुगतना पड़ा है। कप्तान फिंच ने इसे अनुचित बताते हुए कहा कि गिल्लियां इतनी भारी हैं कि तेज गेंदबाज भी गिल्लियों को गिराने मे असमर्थ हो रहे हैं।
तेज गेंदबाज भी गिल्लियों को नहीं गिरा पा रहे
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने इस बारे में कहा कि आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस तरह की चीजों की उम्मीद नहीं करते हैं। एक अच्छी गेंद पर आप विकेट से वंचित रह सकते हैं। कोहली आगे कहते है कि इस बात पर हैरानी है कि तेज गेंदबाज भी गिल्लियों को नहीं गिरा पा रहे हैं।
वहीं, भारतीय तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का मानना है कि हल्के वजन की गिल्लियां इसका समाधान हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैं यही मानना हूं कि गिल्लियां इसका समाधान हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैं यही मानता हूं कि गिल्लियां हल्के वजन की होनी चाहिए ताकि जब मैं स्टंप को हिट करूं तो वो नीचे गिर जाए।
इस विश्व कप में कब-कब हुई घटना
1-इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका
आदिल राशिद की गेंद पर क्विंटन डीकॉक ने रिवर्स स्वीप खेला लेकिन गेंद स्टंप से लगकर चार रन के लिए चली गई। इंग्लैंड के खिलाडि़यों को लगा कि उन्हें विकेट मिल गया है लेकिन गेंद लगने के बाद भी गिल्लियां नहीं गिरीं। हालांकि यह मैच इंग्लैंड ही जीता।
2-न्यूजीलैंड बनाम श्रीलंका
तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने दिमुथ करुणारत्ने को गेंद फेंकी। गेंद बल्ले से लगने के बाद स्टंप की ओर चली गई लेकिन गिल्ली नहीं गिरी। यह मैच न्यूजीलैंड जीता.
3-ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज
तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क की गेंद क्रिस गेल के करीब से गुजरते हुए विकेटकीपर एलेक्स कैरी के दस्तानों में समाई। कैच की अपील हुई और अंपायर ने आउट करार दिया। गेल ने फौरन रिव्यू लिया। रीप्ले में दिखा कि गेंद बल्ले से दूर रही और ऑफ स्टंप को छूकर विकेटकीपर के पास गई। स्टंप के लगने से आवाज आई। गेल नॉट आउट दिए गए। इतनी तेज गेंद के लगने के बाद स्टंप का ना गिरना चौंकाने वाला रहा। यह मैच ऑस्ट्रेलिया जीता।
4-इंग्लैंड बनाम बांग्लादेश
तेज गेंदबाज बेन स्टोक्स की गेंद मुहम्मद सैफुद्दीन के बल्ले से लगकर स्टंप पर जा लगी लेकिन फिर गिल्ली नहीं गिरी। यह मैच इंग्लैंड जीता।
5-भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की पहली ही गेंद वॉर्नर के बल्ले का किनारा लेते हुए लेग स्टंप पर जा लगी। चूंकि गिल्ली नहीं गिरी तो वॉर्नर आउट नहीं हुए। यह मैच भारत जीता।
कई कमेंटेटरों ने भी जिंग बेल्स को लेकर सवाल उठाए
कई कमेंटेटर भी जिंग बेल्स को लेकर सवाल उठा चुके हैं और कई दिग्गजों का मानना है कि आइसीसी को इस मामले में गंभीरता से सोचने की जरूरत है। ऐसे में अगर आने वाले मैचों में भी ऐसा ही चलता रहा तो आईसीसी के रवैये को लेकर भी सवाल उठने शुरू हो जाएंगे क्योंकि हर मामले में गंभीर रहने वाली आइसीसी इस मामले में चुप्पी साधे हुए है।
बताते चले कि क्रिकेट में परंपरागत रूप से स्टंप और गिल्लियां लकड़ी की होती हैं लेकिन अब नए चमकदार विकेटों में प्लास्टिक भी मिलाया जाता है, जिसमें एलईडी लाइट लगी होती हैं। आइसीसी ने जुलाई 2013 में अंतरराष्ट्रीय मैचों में इस तरह के चमकदार विकेटों के प्रयोग की अनुमति दी थी।