जुबिली स्पेशल डेस्क
महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर (34 साल) को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल उनको एकेडमी ने ट्रेनिंग रद्द कर वापस बुलाया लिया गया है।
स्थानीय मीडिया के अनुसार उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी ने पूजा खेडकर का महाराष्ट्र से ट्रेनिंग प्रोग्राम रद्द करने का बड़ा कदम उठाया है और साथ उनको फौरन वापस बुलाने का फैसला करते हुए एक लेटर भी जारी कर दिया गया था।
अब उनकी मां मनोरमा खेडकर को लेकर बड़ी खबर आ रही है। दरअसल पुणे पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया है। रायगढ़ जिले से मनोरमा की गिरफ्तारी हुई है।
मनोरमा पर पिस्टल के साथ किसान को धमकाने का आरोप है। पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। किसान को धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था।
गौरतलब हो कि पूजा खेडकर बीते कुछ दिनों से काफी सुर्खियों में है और उनको लेकर लगातार नये-नये खुलासे देखने को मिल रहे हैं।
LBSNAA द्वारा जारी आदेश में कहा गया है, “आपके जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने तथा आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए आपको तुरंत वापस बुलाने का निर्णय लिया है।
अतः आपको महाराष्ट्र राज्य सरकार के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम से मुक्त किया जाता है. अकेडमी का पत्र इसके साथ संलग्न है। आपको यथाशीघ्र, किन्तु किसी भी परिस्थिति में 23 जुलाई, 2024 के बाद अकेडमी में शामिल होने का निर्देश दिया जाता है।
बताया जा रहा है कि उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से बीमार होने का प्रमाण पत्र जमा करके यूपीएससी परीक्षा में हिस्सा लिया था। इसी आधार पर वो आईएएस बन गई है।
कहा तो ये भी जा रही है कि यदि उन्हें ये छुट नहीं मिलती तो उनके लिए प्राप्त अंकों के आधार पर आईएएस पद प्राप्त करना असंभव होता। इतना ही नहीं मामला यहीं पर खत्म नहीं होता है कि चयन के बाद पूजा ने मेडिकल जांच से भी किनारा कर लिया और उसे टाल दिया।
उन्होंने विभिन्न कारणों से छह बार मेडिकल परीक्षण से इनकार कर दिया। बाद में बाहरी मेडिकल एजेंसी से एमआरआई रिपोर्ट जमा करने का विकल्प चुना, जिसे यूपीएससी ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया। हालांकि बाद में यूपीएससी ने इस रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया। इसके चलते सरकार से इसकी जांच की मांग की जा रही है।
कुल मिलाकर अब उनके ऊपर कोई बड़ा एक्शन भी लिया जा सकता है। बीते कुछ दिनों से उनको लेकर तमाम तरह की अफवाहों का बाजार भी गर्म रहा है और उनकी तरफ से खूब बयानबाजी होती रही।