चारू खरे
हाल ही में बी प्राक की आवाज में रिलीज हुआ रोमांटिक गाना ‘दिल तोड़ के’ अपने संगीत और लिरिक्स के साथ दुनिया भर में रिकॉर्ड तोड़ रहा है। इसके रिलीज के महज 4 दिनों में ही इसे 25 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है।
इसका पूरा श्रेय प्रतिभाशाली अभिनेता और आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह को जाता है क्योंकि वीडियो में उनकी दमदार परफॉर्मेंस के चलते लोग इसे बार-बार देख रहे हैं। इस गाने में अभिषेक ने एक ऐसे प्रेमी की भूमिका निभाई है जो दिल टूटने के दर्द से गुज़र रहा है।
बता दें कि गाने की लॉन्चिंग के बाद सोशल मीडिया पर आईएएस टर्न्ड एक्टर हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। जिसके बाद लाखों दर्शकों का ध्यान आईएएस अभिषेक सिंह की ओर केंद्रित हो गया। गाने और उनकी निजी जिंदगी को लेकर क्या कुछ है अभिषेक सिंह की राय…पढ़ें बातचीत के इस अंश में…
सवाल : क्या आपने कभी सोचा था कि एक आर्टिस्ट के तौर पर आपको दर्शकों से इतना प्यार मिलेगा ?
अभिषेक सिंह : जी नहीं ! मुझे ऐसा कभी नहीं लगा था. कभी भी ऐसा ख्याल नहीं आया.
सवाल : कितना टाइम लगा खुद को उस करैक्टर में ढ़ालने में ?
अभिषेक सिंह: देखिए ! ढलने का एक प्रोसेस होता है, जब आप एक बार कहानी सुन लेते हो, तो धीरे-धीरे आप खुद को उसमें ढालने लगते हो. लेकिन हाँ एक हफ्ते लगे और जब आपको आपकी मेहनत का फल मिल जाता है, तो उससे अच्छा कुछ नहीं होता है. बहुत से लोग होते हैं जिन्हे ये फल नसीब नहीं होता। यह एक गॉडेस गिफ्ट की तरह है.
सवाल : आपकी पहचान एक म्यूजिक वीडियो से हुई है, क्या आप एक अच्छे डांसर या सिंगर भी है ?
अभिषेक सिंह : (हँसते हुए ) नहीं दोनों में से मुझे फ़िलहाल कुछ नहीं आता. न मैं अच्छा सिंगर हूँ और न ही डांसर।
सवाल : दुर्गा शक्ति नागपाल से आपकी मुलाकात कैसे हुई ? उनका आपके फ़िल्मी करियर को लेकर क्या कहना है ?
अभिषेक सिंह : दुर्गा शक्ति नागपाल से मेरी पहचान फैमिली फ्रेंड के तौर पर हुई. उनके और मेरे पापा काफी अच्छे मित्र थे. वो काफी सपोर्टिव हैं. लेकिन क्रिटिक भी हैं. इस वीडियो में भी उन्होंने मुझे कई जगह पर टोका कि तुम यहां अच्छे नहीं लग रहे या यहां अच्छा कर सकते थे. पूरा रिव्यु देती हैं वो मुझे।
सवाल : आप एक IAS हैं और अब सीरीज में IAS का रोल निभाने जा रहे हैं, तो क्या वो रोल मुश्किल रहा या आसान लगा आपको?
अभिषेक सिंह : मुझे लगता है कि अगर ये रोल नहीं होता तो एक्टिंग की शुरुआत ही नहीं होती। क्योंकि वो किसी ऐसे को ढूंढ रहे थे, जो काफी रियल लग सके. अगर मैं आईएएस नहीं होता, तो शायद मैं उस सीरीज में होता ही नहीं। मैं रियल लाइफ में भी बिलकुल वैसा ही हूँ जैसा उसमें दर्शाया गया है.
सवाल : आपने वीडियो के अंत में ‘बन्दूक तानी पर चलाई नहीं’ तो इस मोड़ पर क्या कहना है आपका ?
अभिषेक सिंह : दरअसल मुझे लगा कि बन्दूक चलाने से कोई फायदा नहीं है. मैं जिसके ऊपर भी गोली चलाता नुकसान मेरा ही होता। यह वीडियो का हाईलाइट था, और मैं भी काफी उत्सुक था कि होगा क्या। लेकिन फिर ऐसा रिजल्ट रहा जिसने सबको चौंका दिया।
सवाल : युवाओं को किस तरह इंस्पायर या मोटीवेट करना पसंद करते हैं आप ?
अभिषेक सिंह : युवाओं को यही कहूंगा, अपने सपनों पर और खुद पर विश्वास करें। कभी भी किसी से डरे नहीं। और अगर कभी कोई आपके सपने के ऊपर हँसे तो दिल छोटा न करें बल्कि ये सोचा कि आपका सपना सिर्फ आपका है जिसे आपसे कोई नहीं छीन सकता, तो पूरी मेहनत व लगन के साथ आगे बढ़ें।
सवाल : आपका अल्टीमेट गोल क्या है, ऐसा क्या है जो पाना बाकी रह गया है ?
अभिषेक सिंह : मुझे लगता नहीं मैंने कुछ पाया है अभी. मेरी थोड़ी अजीब चाहत है. मैं चाहता हूँ कि इस दुनिया से क्लास, कास्ट, डिवीज़न सब खत्म हो जाए. हिंसा खत्म हो जाए और प्यार बढ़ें। अगर ये कर पाया तो यह सबसे बड़ी अचीवमेंट होगी।
सवाल : टाइम मैनेजमेंट कैसे करते हैं आप ?
अभिषेक सिंह : टाइम मैनेजमेंट भी एक कमाल की चीज है. दरअसल ये निर्भर करता है कि आप किसी चीज को कितना चाहते हैं. तो आपकी प्राथमिकता के आधार पर आपका मैनेजमेंट स्थिर और निश्चित हो जाता है.
सवाल : कोई ऐसा संदेश, जो आप फैंस को देना चाहेंगे ?
अभिषेक सिंह : आप सभी खुश रहें, मस्त रहें, और अपने सपनों पर ढृढ़ विश्वास बनाए रखें। आपका सपना जरूर सफल होगा।
(चारु खरे की अभिषेक सिंह के साथ फ़ोन पर हुई बातचीत के आधार पर )