जुबिली न्यूज डेस्क
लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आ चुके हैं। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की अगुवाई कर रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जहां अपनी तैयारी तेज कर दी है तो वहीं विपक्ष दलों के INDIA गठबंधन में सीट शेयरिंग का मसला ही नहीं सुलझ रहा है। इंडिया गठबंधन में विभिन्न राज्यों के लिए सीट शेयरिंग पर मंथन जारी है।
बता दे कि यूपी- बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र दिल्ली और पंजाब तक सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या हो यह अभी तक तय नहीं हो पाया है। बिहार में लालू यादव की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनता दल (RJD) हो या नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) कोई भी सीटों के मामले में पीछे हटने को तैयार नजर नहीं आ रहा है।
वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने अपनी लकीर खींच रखी है तो महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी की भी अपनी ही मांग है। दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी पार्टी ने साफ कर दिया है कि गोवा, गुजरात और हरियाणा में भी सीटों को लेकर बात होगी।
विपक्षी दलों के बीच सीट शेयरिंग पर तकरार
यूपी में अखिलेश यादव 65 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं तो वहीं बिहार में जेडीयू-आरजेडी भी 17-17 सीट से कम पर मानने को तैयार नहीं हैं। ममता भी बंगाल में दो सीट से अधिक देने को तैयार नहीं हैं तो वहीं आम आदमी पार्टी ने भी हरियाणा, गोवा और गुजरात में सीटों की डिमांड कर दी है। अब कांग्रेस अगर घटक दलों की डिमांड मान ले तो उसके पास बचेगा क्या? कांग्रेस ही नहीं, अन्य दल भी चाहते हैं कि 14 जनवरी से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से पहले लोकसभा सीटें बांट ली जाएं तो बेहतर हो।
इन राज्यों में सीटें मांग रही AAP
वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी गुजरात, गोवा और हरियाणा में सीटों की डिमांड कर दी है। AAP ने साफ कर दिया है कि सीट शेयरिंग की बात होगी तो दिल्ली और पंजाब में ही नहीं, इन पांच राज्यों में होगी। आप दिल्ली में चार, पंजाब में सात, हरियाणा में तीन और गुजरात-गोवा में एक-एक सीटों की डिमांड कर रही है। दिल्ली में सात, पंजाब में 13, हरियाणा में 10, गुजरात में 26 और गोवा में दो सीटें हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस आप की डिमांड मान लेती है तो उसके लिए दिल्ली में तीन, पंजाब में छह, गुजरात में 25, हरियाणा में सात और गोवा में एक सीट ही बचेगी।
महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे पर फंसा पेंच
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना भी महाराष्ट्र में 23 सीट की डिमांड कर रही है। एनसीपी भी करीब एक दर्जन सीटों की डिमांड कर रही है। वंचित बहुजन अघाड़ी (VBA) भी करीब 4 सीटों की डिमांड कर रही है। राज्य में कुल 48 सीटें हैं और कांग्रेस को छोड़कर करीब 40 सीटें इंडिया गठबंधन के घटक दल ही मांग रहे हैं।