न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस और राज्यपाल के बीच गतिरोध बढ़ता जा रहा है। टीएमसी द्वारा विधानसभा की कार्रवाई अचानक स्थगित होने का आरोप राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर लगाए जाने के बाद पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि ‘न तो वह ‘रबड़ स्टांप’ हैं और न ही पोस्ट ऑफिस’ हैं।
सत्तारूढ़ पार्टी और राज्यपाल धनखड़ के बीच गतिरोध उस समय और भी बढ़ गया जब विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने तीन दिसंबर को सदन को दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया।
सदन को स्थगित इसलिए किया गया, क्योंकि विधानसभा में जो विधेयक पेश होने थे, उसे अब तक राज्यपाल से मंजूरी नहीं मिली थी जो अनिवार्य था। हालांकि, इस दावे को राज भवन ने खारिज करते हुए कहा कि यह कुछ ऐसा है जिसे स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है।
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As Governor I follow the script and tune of the Constitution and cannot blindly take a call. I am neither a rubber-stamp nor a post office. I am obligated to scrutinise the bills in the light of the Constitution and act without delay. Concerned at delay by government on this.
— Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) December 4, 2019
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘राज्यपाल के तौर पर मैं संविधान का पालन करता हूं और आंख बंदकर के फैसले नहीं ले सकता। मैं ‘न तो रबड़ स्टांप हूं और न ही पोस्टऑफिस।’
उन्होंने कहा, ‘मैं संविधान के आलोक में विधेयकों की जांच करने और बिना विलंब के काम करने के लिए बाध्य हूं। इस मामले में सरकार की तरफ से देर से हुई है।’
वहीं विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि जो विधेयक पेश होने वाले थे, उन्हें अब तक राज्यपाल से मंजूरी नहीं मिली है।
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