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हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हुए गैंगरेप कर जला देने पर चारों आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है।पुलिस ने यह एनकाउंटर उसी नेशनल हाईवे पर किया जहां महिला डॉक्टर की लाश मिली थी।
बताया जा रहा है कि पुलिस आरोपियों को एनएच-44 पर क्राइम सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई थी। इस बीच चारों आरोपियों ने मौके से भागने की कोशिश की उसके बाद पुलिस ने चारों आरोपियों को मार गिराया। इसके बाद से हैदराबाद में पुलिस जिंदाबाद के नारे लग रहे हैं।
इस तरह से हुआ एनकाउंटर
जानकारी के अनुसार, घटना सुबह साढ़े तीन बजे की है। इस दौरान चारों आरोपी पुलिस की रिमांड पर थे जिनको पुलिस घटनास्थल पर ले गई। पुलिस पूरे घटनाक्रम को आरोपियों की नजर से समझना चाह रही थी। इस बीच चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश की।
फिर पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए गोलियां बरसा दी। और सभी चारों आरोपी वहीं ढ़ेर हो गया। इसके बाद पुलिस ने लाशों को सरकारी अस्पताल भेज दिया गया।
वहीं, इस एनकाउंटर में पुलिस वाले भी घायल हो गए। इस घटना पर साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर कहना है कि उन्हें पूरी घटना के बारे में पता नहीं है। वे जल्द ही घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं।
बता दें कि 27-28 नवंबर की रात हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत की वारदात को अंजाम दिया गया था। महिला डॉक्टर का जला शव बेंगलुरु हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर अंडरपास के करीब मिला था।
पिता ने बताया बेटी की आत्मा को मिलेगी शांति
वहीं, दूसरी तरफ इस घटना के बाद से लोगों की प्रकिया आनी शुरु हो गई है। महिला डॉक्टर के पिता ने कहा कि आज उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिलेगी। वहीं उनकी बहन ने भी कहा कि आज इंसाफ हुआ है।
दिशा के चाचा ने कहा कि उन लोगों को मार गिराया गया है तो हमें खुशी नहीं है, क्योंकि उनके भी मां-बाप हैं। आरोपियों ने भागने की कोशिश की होगी, इसलिए पुलिस ने एनकाउंटर किया होगा। पुलिस चाहती तो पहले दिन ही आरोपियों को मार गिराती। अब आरोपियों को सजा मिल गई है। अगर सजा जल्दी-जल्दी मिलने लगे तो दरिंदगों के मन में डर बैठेगा।
निर्भया की मां ने दी अपनी प्रकिया
इस घटनाक्रम पर निर्भया की मां आशा देवी ने अपनी प्रतिक्रिया दी और इस एनकाउंटर को पूरा जायज बताया। उन्होंने कहा कि ये आरोपी उसी लायक थे, क्योंकि उन्होंने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया था।
आजतक से बात करते हुए निर्भया की मां ने कहा, ‘हैदराबाद पुलिस की दरियादिली की वह दाद देती हैं, उनका बहुत शुक्रिया करती हैं। ये आरोपी इसी लायक थे क्योंकि उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया था।’
उन्होंने कहा कि आप ये सोचिए कि आरोपियों के मन में इतना जुर्म भरा हुआ था कि वह पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन आज परिवार को इंसाफ मिला। मैं भी सात साल से संघर्ष कर रही हूं लेकिन आज भी निर्भया के आरोपियों को फांसी नहीं दी गई है।’