स्पेशल डेस्क
पूरे देश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। देश में इन दिनों कोरोना से बचने के लिए लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है। इतना ही नहीं किसी भी शख्स में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं या फिर वो शख्स किसी कोरोना पीडि़त से सीधे संपर्क में आया है, तो उसे फौरन क्वॉरंटीन किया जा है लेकिन मध्य प्रदेश में क्वारंटीन के नाम पर मानवता शर्मसार होती दिख रही है।
दरअसल यहां पर मजदूर के परिवार को क्वारंटीन करने के लिए शौचालय का प्रयोग किया गया है। जानकारी के मुताबिक मजदूर के पूरे परिवार को शौचालय में क्वॉरंटीन कर दिया गया है।
पूरी मामला मध्य प्रदेश के गुना जिले का बताया जा रहा है। मजदूर का परिवार राजगढ़ से लौटा था। पूरे परिवार को टोडर ग्राम पंचायत के स्कूल में जगह नहीं मिल सकी इसलिए परिवार को शौचालय में ही क्वॉरंटीन रहना पड़ा।
प्रवासी मजदूर ने इस पूरे मामले पर कहा कि मैं इस गांव में एक अप्रैल को आया। स्कूल में ताला लगा था तो मुझे शौचालय में रहना पड़ा। खाना भी वहीं खाना पड़ा। मेरा अभी तक सामान वहीं रखा है।
उधर इस मामले पर प्रशासन ने अपनी सफाई दी है। प्रशासन के अनुसार प्रवासी मजदूर का परिवार रात में जामनेर के पास गांव देवीपुरा में आया था। ये लोग इसी गांव के रहने वाले हैं।
हालांकि रात में किसी को गांव में आने नहीं दिया गया है। इसके बाद गांव के प्राथमिक स्कूल में रहने लगे। इसके बाद सुबह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने 104 पर फोन लगाया।
राघोगढ़ के तहसीलदार का इस मामले पर कुछ और कहना है। उनके अनुसार पुलिस व पंचायत की टीम मौके पर पहुंच कर इनके लिए स्कूल का कमरा और खाने का इंतेजाम किया लेकिन भैयालाल ज्यादा शराब पिया हुआ था कमरे से निकलकर बाथरूम में जाकर बैठ गया पुलिस ने और उसकी पत्नी ने उसे समझाया लेकिन नशा ज्यादा होने के कारण वह वहीं बैठ गया। इस बीच कांग्रेस ने इस पूरे प्रकरण में शिवराज सरकार को घेरा है।
#MadhyaPradesh के गुना से नागरिक की गरिमा की धज्जियां उड़ाने वाली तस्वीरें आईं हैं. गुना के टोडर गांव में राजगढ़ से लौटे मजदूर परिवार को शौचालय में किया गया क्वारंटीन. pic.twitter.com/siulGTgSiV
— Vaibhav Palnitkar (@vaibhavdamoh) May 4, 2020
शिवराज जी बेहद शर्मनाक। प्रशासन के द्वारा ऐसा अमानवीय व्यवहार हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। घर आए मज़दूरों को इस प्रकार quarantine करने के लिए कौन ज़िम्मेदार है? आपसे अनुरोध है कि जल्द से जल्द दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए। pic.twitter.com/mTDev43X23
— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) May 3, 2020