जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. मनरेगा के ज़रिये रोज़गार बढ़ाने के लिए केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने 40 हज़ार करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि देने का एलान किया तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फ़ौरन आगे बढ़कर प्रधानमन्त्री का शुक्रिया अदा किया. राहुल ने पीएम मोदी को ट्वीट कर शुक्रिया कहा.
प्रधानमन्त्री के 20 लाख करोड़ के पैकेज को राहुल लगातार नाकाफी बता रहे थे. सरकार की तरफ से लोन की सुविधाएं बढ़ाने पर उन्होंने कहा था कि सरकार किसानों और मजदूरों के लिए जो घोषणाएं कर रही हैं उसके कोई मायने नहीं है. देश में लॉक डाउन है. गरीबों की जेब में पैसे नहीं है. करोड़ों मजदूर सड़क पर हैं. वह इन घोषणाओं का क्या करें. जो सड़क पर हैं उन्हें तो फ़ौरन नगद पैसे की ज़रूरत है.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमन्त्री से कहा था कि मजदूर बहुत कठिनाई में हैं. वह भूखे हैं, प्यासे हैं, अपने पूरे परिवार के साथ सड़क पर हैं. पैदल चल रहे हैं. राहुल ने कहा था कि जब बच्चे को चोट लगती है तो माँ उसे लोन नहीं देती है. वह फ़ौरन उसका उपचार शुरू करती है. उसका जख्म देखती है. सरकार को भी मजदूर के ज़ख्म देखने की ज़रूरत है. गरीबों को न पैकेज की ज़रूरत है, न वादों की. उसे पानी जेब में फ़ौरन पैसा चाहिए है. जिससे वह परिवार का पेट भर सके. परिवार को घर ले जाने का टिकट खरीद सके.
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प्रधानमन्त्री ने मनरेगा के बजट में 40 हज़ार करोड़ की बढ़ोत्तरी की तो सरकार पर सवाल उठा रहे राहुल गांधी ने तत्काल सरकार की दिल खोलकर तारीफ़ कर डाली. उन्होंने कहा कि मनरेगा कांग्रेस की शुरू की गई स्कीम है. प्रधानमन्त्री ने इस स्कीम की दूरदर्शिता को समझा यह बहुत बड़ी बात है. मनरेगा को बढ़ावा मिलेगा तो लोगों को ज़्यादा काम मिलेगा और उनकी आमदनी बढ़ेगी. राहुल ने कहा कि मनरेगा के ज़रिये गरीबों को आत्मनिर्भर बनाने की योजना भी सफल हो सकती है.