जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. चक्रवाती तूफ़ान अम्फान बर्बादी के निशान छोड़कर गुज़र चुका है. इस तूफ़ान से आई बर्बादी के निशान हल्के होने में लम्बा समय लगेगा लेकिन इसका असर मानसून पर भी देखने को मिलेगा. मौसम विभाग के मुताबिक़ अम्फान की वजह से इस साल मानसून अपने तय समय से देरी से दस्तक दे सकता है.
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्यंजय महापात्रा के मुताबिक़ इस साल मानसून पहली जून के बजाय 5 जून को केरल के दक्षिणी तट तक पहुँच सकता है. मानसून में होने वाली इस देरी की वजह चक्रवाती तूफ़ान अम्फान है.
मौसम विभाग का कहना है कि मानसून पहली जून तक आमतौर पर केरल पहुँच जाता है लेकिन चक्रवाती तूफ़ान की वजह से हवा की रफ़्तार में बदलाव आया है. इसी वजह से मानसून देर से आएगा. मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि तूफ़ान का मौसम पर सकारात्मक असर भी होगा और नकारात्मक प्रभाव भी पड़ेगा.
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चक्रवाती तूफ़ान अम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में काफी तबाही मचाई. कोलकाता में 72 लोगों की जान चली गई और काफी आर्थिक नुक्सान हुआ. इस तूफ़ान की वजह से बिजली के खम्बे टेढ़े हो गए और बड़े-बड़े पेड़ धाराशाई हो गए थे.