प्रमुख संवाददाता
लखनऊ. यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना से संक्रमित होने वाले 253 मरीजों में से 164 लोगों का स्वस्थ्य होकर अपने घरों को लौट जाना नवाबों के शहर के लिए राहत भरी खबर है. राजधानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेन्द्र अग्रवाल की सिफारिश पर शहर के कई हॉट स्पॉट को सामान्य क्षेत्र घोषित कर दिया गया है. सीएमओ के मुताबिक़ ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती उर्दू अरबी फारसी विश्वविद्यालय और बाबू बनारसी दास यूनीवर्सिटी में क्वारंटीन किये गए लोगों को भी उनके घरो को भेज दिया गया है. हालात सामान्य होने की रफ़्तार यही रही तो लॉक डाउन-3 खत्म होने तक लखनऊ रेड ज़ोन से ऑरेंज ज़ोन में ट्रांसफर हो सकता है.
उल्लेखनीय है कि 11 मार्च को लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में कोरोना का पहला मरीज़ मिला था. इस मरीज़ के परिवार के चार और लोग भी पॉजिटिव मिले थे. धीरे-धीरे कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा होता गया. कैंट, वजीरगंज, हाता संगी बेग, नक्खास, नया गांव और कैसरबाग इलाके हॉट स्पॉट में बदलते गए.
हॉट स्पॉट इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया. लोगों की इन इलाकों की आवाजाही रोक दी गई. इन इलाकों में जांच की प्रक्रिया का दायरा बढ़ाया गया. हालात को काबू में करने की हर संभव उपाय किये गए. लगातार हो रही इन कोशिशों के बीच 15 अप्रैल को अचानक से 28 और अगले ही दिन 16 अप्रैल को 23 नए मरीज़ मिल जाने से लखनऊ चर्चा का केन्द्र बन गया. पुलिस और प्रशासनिक अमले के हाथ पाँव फूल गए.
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लगातार सख्ती बरते जाने और लोगों को सड़कों पर न निकलने देने की मुहीम धीरे-धीरे रंग लाती नज़र आयी. इस समय लखनऊ में 92 मरीज़ विभिन्न अस्पतालों में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं.
स्वास्थ्य विभाग की ख़ास नज़र कैसरबाग और नक्खास इलाके पर है. इन इलाकों में जिस किसी में भी लक्षण मिल रहे हैं उसकी तत्काल जाँच की जा रही है. लोगों को सब्जी मंडी जैसे इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी जा रही है. सब्जियों को घर ले जाने के फ़ौरन बाद अच्छी तरह से धोने की सलाह दी गई है.
हॉट स्पॉट इलाकों की तरफ लोगों को न जाने की सलाह दी गई है. लॉक डाउन के दौरान अगर सतर्कता का माहौल यही रहा तो लॉक डाउन-3 खत्म होने तक लखनऊ ऑरेंज ज़ोन में चला जायेगा.
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