जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार बड़ी तेजी से लगी है। खासकर बुंदेलखण्ड का सम्पूर्ण विकास सरकार की प्राथमिकता में है। भगवान श्रीराम से जुड़े धार्मिक स्थल चित्रकूट का हवाई अड्डा प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के सबसे खूबसूरत एयरपोर्ट में से एक होगा।
विंध्याचल पर्वत श्रृंखला के बीच पहाड़ी पर बना और विस्तारीकरण की प्रक्रिया से गुजर रहा चित्रकूट एयरपोर्ट का काम तेजी से चल रहा है और जल्द ही यहां से उड़ाने शुरू हो जाएंगी।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समग्र विकास की परिकल्पना के अनुरूप चित्रकूट एयरपोर्ट का अपना महत्व है। इसका महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को शीर्ष प्राथमकिता पर रखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने जिस तरह चित्रकूट को डिफेन्स कॉरिडोर के छह नोडल्स में से एक बनाया और यहीं से 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की शुरूआत भी की। इन लॉजिस्टिक्स को देखते हुए चित्रकूट एयरपोर्ट की आने वाले समय में बहुत बड़ी भूमिका होगी।
विंध्य रेंज की एक पहाड़ी पर बना टेबल टॉप एयरपोर्ट योगी की महत्वाकांक्षी योजना का अंग है जिसके तहत भारत सरकार की रिजनल कनेक्टिविटी स्कीम को बढ़ावा देना है। जिस तरह एक पहाड़ी पर यह बना है, उससे इसकी सुंदरता देश के किसी भी एयरपोर्ट के सौंदर्य को पीछे छोड़ती नजर आती है।
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लगभग 260 एकड़ भूमि पर बने इस एयरपोर्ट पर 1,475 मीटर लंबा और 23 मीटर चौड़ा रनवे बन रहा है जो पहले से बने रनवे का विस्तार होगा। कार्ययोजना के अनुरूप नए टर्मिनल, एप्रन, एयर ट्रैफिक कंट्रोल के भवन और कार पाकिर्ंग पर कार्य चल रहा है। लगभग 92 करोड़ रूपए की इस परियोजना के लिए सरकार 50 करोड़ रूपए जारी कर चुकी है।
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यूपी में नागरिक उड्डयन विभाग के सचिव सुरेंद्र सिंह की माने तो विभाग से संबंधित सभी परियोजनाओं की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री नियमित तौर पर स्वयं करते हैं और ये उनकी प्राथमिकताओं में हैं। उन्होंने बताया कि योजनानुसार प्रथम चरण में चित्रकूट से प्रयागराज और कानपुर को हवाई सेवाओं से जोड़ा जायेगा।
गौरतलब है कि 2017 में जब योगी सरकार सत्ता में आयी उस समय उत्तर प्रदेश में लखनऊ, वाराणसी, आगरा और गोरखपुर में एयरपोर्ट थे। पिछले तीन साल के प्रयासों का नतीजा यह रहा कि इस समय प्रदेश में इन चार एयरपोर्टों के अलावा यात्री वायुयानों के लिए प्रयागराज, कानपुर हिंडन और बरेली एयरपोर्ट तैयार हो गए हैं और आजमगढ़, अलीगढ, चित्रकूट, मोरादाबाद, सोनभद्र, श्रावस्ती, अयोध्या, कुशीनगर और सहारनपुर (सरसावां) निमार्णाधीन हैं और जल्द ही चालू हो जाएंगे।
भविष्य की योजनाओं में मेरठ, झांसी और गाजीपुर भी जल्द ही रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत यात्री उड़ानों के लिए तैयार किये जायेंगे। ज्ञातव्य है कि नोएडा के जेवर में विश्वस्तरीय स्तर के एयरपोर्ट का मेगा प्रोजेक्ट ज्यूरिख एयरपोर्ट कंपनी के सहयोग से निर्माण की प्रक्रिया में है।
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