जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। सरकार ने अधूरी तैयारियों के बीच 45 साल तक के लोगों को टीकाकरण कराने के निर्देश तो दे दिए लेकिन इसकी पोल खुलने में ज्यादा समय नहीं लगा। एक सप्ताह पूरे होते ही देश के सैकड़ों टिका केंद्रों से खबर आने लगी… कहीं टीके की किल्लत बताई गयी तो कही स्टॉक ही खत्म हुआ।
उत्तर प्रदेश की बात करे तो कल ही पूर्वांचल के तमाम केंद्र स्टॉक खत्म होने की वजह से बंद हो गए थे। देर शाम जब प्रधानमंत्री ने टीका उत्सव मनाने का आवाहन किया तो मानो जिम्मेदारों की आंखें तन गयी… सवाल बस इतना था कि स्टॉक तो सीमित है कैसे होगा?
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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी आज लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, मुरादाबाद तथा सहारनपुर में प्राथमिकता के आधार पर लक्षित आयु वर्ग के लोगों का कोविड टीकाकरण कराने के निर्देश दे दिए हैं। लेकिन सवाल वही है इतनी बड़ी आबादी के आगे टीके की कमी को कैसे पूरा किया जायेगा।
यही नहीं सीएम योगी ने अपने ट्वीटर के जरिये कहा है कि पूरे प्रदेश में ‘टीका उत्सव’ आयोजित किया जाएगा। इसमें प्रदेश के लक्षित आयु वर्ग के लोग बढ़-चढ़कर भाग लें। इसके सफल आयोजन के लिए कार्य योजना बनाई जाए।
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अब बात करते है यूपी की राजधानी लखनऊ की, जहां कई ऐसे सरकारी और प्राइवेट केंद्र है जहां वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो चुका है। लखनऊ में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच डा. राममनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में कोविड की वैक्सीन लगवाने के लिये भीड़ उमड़ रही है। वैक्सीन लगवाने के लिये लोगों को टोकन भी दिये जा रहे हैं।
लेकिन राममनोहर लोहिया इंस्टीट्यूट के वैक्सीनेशन सेंटर में सन्नाटा पसरा है। जानकार बता रहे है कि वैक्सीन खत्म हो गई है, इसलिये कल आइये। सवाल ये है कि क्या कल लगेगी वैक्सीन, इसका जवाब किसी के पास नहीं है।
सूत्रों ये भी बता रहे है कि कोरोना वैक्सीन की किल्लत हो गई है, जिससे संस्थान में भी सप्लाई नहीं आई। इस सम्बन्ध में संस्थान के निदेशक भी उदासीन बने हुए हैं। नहीं तो कम से कम सही जवाब तो मिलता।
ये हाल तब है जब प्रधानमंत्री मोदी ने 11 से 14 अप्रैल तक ‘वैक्सीन उत्सव’ मनाने का आह्वान किया है। वैक्सीन की किल्लत ‘वैक्सीन उत्सव’ की सफलता के बीच एक सवाल बनकर रह गयी है।
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