- पूर्वांचल की सब्जियों व फल को ‘ब्रैंड बनारस’ के जरिए मिलेगा ग्लोबल मार्केट
- पूरे साल सब्जी-फल का होगा निर्यात
- इस प्लेटफॉर्म से जुड़ेंगे चार लाख किसान
जुबिली न्यूज डेस्क
पूर्वांचल के फल व सब्जी किसान अब डॉलर में कमायेंगे। उन्हें अपनी सब्जी व फसल बेचने के लिए अब स्थानीय बाजार पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इसके लिए कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) एक ऐसा प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है, जिससे पूर्वांचल के करीब चार लाख किसानों को जोडऩे की योजना है।
एपीडा ने ब्रैंड बनारस नाक एक एक प्लेटफॉर्म तैयार किया है। इसके माध्यम से पूर्वांचल के किसानों को ग्लोबल बाजार मिलेगा। इसकी शुरुआत रविवार को हुई जिसके मद्देनजर 1500 किलो आम की पहली खेप पेरिशेबल कार्गो सेंटर से रवाना की गई।
ये भी पढ़े: अब सरकारी बैंकों के निजीकरण की तैयारी में मोदी सरकार!
ये भी पढ़े: आखिर क्यों लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल के दाम
ये भी पढ़े: ऐसे बड़बोलेपन से क्या फायदा
इस खेप में लंगड़ा के अलावा रामखेड़ा व दशहरी भी शामिल है। इसमें खास बात यह कि ये आम प्रधानमंत्री के गोद लिए गांव जयापुर इलाके का है। इसके साथ ही 1.2 मीट्रिक टन आम बेंगलुरु के सुपर मार्केट में भी भेजा गया है।
पूर्वांचल के फल एवं सब्जी उत्पादकों की आय दोगुनी करने को एपीडा की पहल पर कदम तेजी से बढ़े हैं। ट्रायल शिप में तीखी हरी मिर्च, लौकी, ककड़ी व खास बनारसी लंगड़ा आम दुबई व ब्रिटेन भेजे जाने के बाद अब अमरूद, आंवला केला, पपीता के साथ गोभी, भिंडी, बीन्स का भी पूरे साल खाड़ी समेत अन्य देशों में निर्यात का खाका खींचा गया है। इसके लिए गुणवत्ता युक्त फल एवं
सब्जी उत्पादन के लिए किसानों को प्रशिक्षित करने के साथ ग्लोबल मार्केट में ब्रैंड बनारस के नाम से ब्रैंडिंग की जाएगी।
ये भी पढ़े: मुंबई में कोरोना संक्रमण बढ़ने की बात क्यों कही जा रही है?
ये भी पढ़े: राज्यसभा चुनाव : एमपी में जोड़-तोड़ में लगे नेता
ये भी पढ़े: क्या भाजपा की तरफ झुक रही हैं मायावती !
एपीडा के सहायक महाप्रबंधक सी.बी.सिंह के अनुसार, पूर्वांचल में अच्छे किस्म के फल एवं सब्जियों का बड़े स्तर पर उत्पादन हो रहा है। स्थानीय मार्केट में उचित दाम न मिलने से किसानों में काफी निराशा रहती है। निर्यात के जरिए किसानों को राहत देने के लिए स्थानीय प्रशासन के सहयोग से ब्रैंड बनारस नाम से प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है।
वह कहते हैं इससे जुडऩे वाले किसानों व उनके खेतों में होने वाले उत्पाद के बारे में डिटेल जानकारी होगी। यह प्लेटफॉर्म इसी महीने से काम करने लगेगा। एपीडा के सहायक महाप्रबंधक डॉ.सी.बी.सिंह ने बताया कि जल्द ही बनारस में पैकेजिंग यूनिट स्थापित कर लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से ही सीधे विदेशों में फल-सब्जी भेजी जाएगी।
हर जिले में होगा कलेक्शन सेंटर
वाराणसी मंडल के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि फल एवं सब्जियों की गुणवत्ता की जांच के लिए बनारस में एक लैब प्रस्तावित है। साथ ही उद्यान विभाग के सहयोग से चंदौली, मीरजापुर, गाजीपुर, जौनपुर व संत रविदास नगर में कलेक्शन सेंटर बनेंगे।