- ट्रंप की भतीजी की किताब ‘टू मच एंड नेवर इनफ़: हाऊ माई फैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन’ है चर्चा में
- किताब में कई सनसनीखेज किस्से हैं जो बढ़ा सकती है ट्रंप की मुश्किलें
- नवंबर में होने वाले हैं अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव
जुबिली न्यूज डेस्क
राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप की भतीजी मैरी ट्रंप की एक किताब चर्चा में है। इस किताब में कई सनसनीखेज किस्से हैं जिसकी खूब चर्चा हो रही है।
मैरी ने अपनी ‘टू मच एंड नेवर इनफ: हाऊ माई फैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन’ किताब में ट्रंप को लेकर कई खुलासे किए हैं।
किताब में दावा किया है कि ट्रंप एक ऐसे आत्ममुग्ध व्यक्ति हैं जिन्होंने आम अमरीकी लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। इतना ही नहीं मैरी ने ट्रंप को एक ‘धोखेबाज़ और दबंग’ व्यक्ति कहा है।
अमेरिका की मीडिया में इस किताब के कुछ हिस्सो लीक हुए है जिस पर व्हॉइट हाउस ने इसमें किए गए दावों को खारिज किया है। यह किताब 14 जुलाई को रिलीज की जायेगी।
इस किताब को रूकवाने के लिए ट्रंप परिवार ने कोर्ट में मुकदमा भी दायर किया है।
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55 वर्षीय मैरी ट्रंप राष्ट्रपति डोनॉल्ड के बड़े भाई फ्रेड ट्रंप जूनियर की बेटी हैं। फ्रेड ट्रंप जूनियर की 42 साल की उम्र में 1981 में मौत हो गई थी। वे ज़िंदगी भर शराब पीने की लत से लड़ते रहे और दिल का दौरा पडऩे के कारण उनकी असामयिक मृत्यु हो गई।
किताब में ट्रंप की भतीजी 55 वर्षीय मैरी ने अपने अंकल ट्रंप के लिए लिखी हैं, “जितना करो कम है।” वह यह भी लिखती हैं-अमरीका के राष्ट्रपति में ‘एक आत्ममुग्ध व्यक्ति की तमाम ख़ूबियाँ’ हैं।
बीबीसी के अनुसार क्लिनिकल साइकोलॉजी में डॉक्टोरल डिग्री रखने वाली मैरी ट्रंप लिखती हैं- “ये दूसरों से समझदारी, समर्थन, सहानुभूति, दूरदर्शी, मिलनसार होने और परवाह करने की उम्मीद रखने से ज्यादा है।”
“डोनाल्ड न केवल कमजोर है बल्कि उनका अहम भी बहुत नाज़ुक है। इतना कि उसे हर लम्हे संभालना पड़ता है क्योंकि वो गहराई से जानते हैं कि वे जो दावा करते हैं, वैसे वो बिल्कुल नहीं हैं।”
मैरी ने किताब में लिखा है कि ट्रंप पर अपने पिता फ्रेड ट्रंप सीनियर का गहरा असर था। वे उनके पिता फ्रेड ट्रंप जूनियर पर दबंगई दिखाते थे।
मैरी ट्रंप जब सोलह साल की थीं तो उनके पिता की शराब पीने से जुड़ी बीमारी के कारण मौत हो गई थी।
अपने किताब ‘टू मच एंड नेवर इनफ: हाऊ माई फैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन’ में मैरी ने लिखा है कि सीनियर ट्रंप का रवैया अपने बड़े बेटे के लिए बेहद ही कठोर था।
किताब में लिखा है कि वे चाहते थे कि परिवार के रियल इस्टेट का कारोबार फ्रेड ट्रंप जूनियर देखें, लेकिन जैसे-जैसे फ्रेड ट्रंप जूनियर परिवार के बिजनेस से दूर होते गए, सीनियर ट्रंप के पास दूसरे बेटे की तरफ रुख करने के अलावा कोई और चारा नहीं बचा।
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मैरी ट्रंप कहती हैं कि ये फैसला उन्होंने हंसी-ख़ुशी से नहीं किया था। डोनॉल्उ ट्रंप के प्रति सीनियर ट्रंप का रवैया कैसा था, इस पर मैरी लिखती हैं- “अस्सी के दशक के आखिर में जब हालात बिगडऩे लगे तो सीनियर ट्रंप बेटे की अयोग्यता से ख़ुद को अलग नहीं रख सके। पिता के पास बेटे पर भरोसा करने के अलावा कोई चारा न था। उनके भीतर के शैतान को आजादी मिल गई।”
वहीं व्हॉइट हाउस ने मैरी के इस दावे को खारिज किया है कि राष्ट्रपति ट्रंप के पिता उन्हें नापसंद करते थे। व्हॉइट हाउस ने कहा है कि “राष्ट्रपति ने पिता के साथ अपने संबंधों को बेहद गर्मजोशी भरा बताया है और उन्होंने कहा कि उनके पिता बहुत अच्छा बर्ताव करते थे।”
मैरी ट्रंप ने अपनी जीवनी में लिखा है कि उन्होंने किस तरह से ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ को टैक्स से जुड़े दस्तावेज मुहैया कराए थे जिनका इस्तेमाल 14 हजार शब्दों की खोजी रिपोर्ट लिखने के लिए किया गया था।
इस रिपोर्ट में ये दावा किया गया था कि “नब्बे के दशक में ट्रंप ने टैक्स पेपर्स में कथित रूप से गड़बडिय़ां करके अपने पिता से मिली दौलत में बहुत बड़ा इजाफा कर लिया था।”
रिपोर्ट में कुछ ऐसी घटनाओं का भी हवाला दिया गया था जो सीधे तौर पर धोखाधड़ी के मामले लगते थे।
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मैरी ने बताया कि पत्रकारों ने साल 2017 में उनके घर आकर संपर्क किया थाद्घ शुरू में वो पत्रकारों की मदद करने से हिचकिचाई थीं। उन्होंने महीने भर इंतज़ार किया और ये देखा कि “डोनाल्ड नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं, संबंधों को खतरे में डाल रहे हैं और कमजोर लोगों को कुचल रहे हैं।”
इस कथित घपले से जुड़े कानूनी दस्तावेजों के 19 बक्से किसी लॉ फर्म के पास रखे थे, जहां से मैरी ने चुपचाप उन्हें पत्रकारों के पास पहुंचा दिया।
मैरी ने अपनी किताब में राष्टï्रपति ट्रंप को लेकर कई खुलासे किए हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनके अंकल ने अपने एक दोस्त को एसएटी टेस्ट में अपने बदले बैठने के लिए पैसा दिया था।
एसएटी टेस्ट वो परीक्षा है जिससे यूनिवर्सिटी में प्लेसमेंट का फैसला होता है।
मैरी का कहना है कि “ट्रंप इस बात के लिए फिक्रमंद थे क्योंकि उनका ग्रेड प्वॉइंट औसत था जिसकी वजह से वे अपनी क्लास में पीछे रह गए थे। इस काम के लिए उन्होंने एक स्मार्ट लड़के को चुना जो टेस्ट क्वॉलिफाई करने में माहिर था। डोनाल्ड के पास पैसे की कभी कमी नहीं रही थी। उन्होंने अपने दोस्त को अच्छा भुगतान किया।”
मैरी के इस आरोप पर व्हॉइट हाउस ने इनकार करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति ने यूनिवर्सिटी की प्रवेश परीक्षा में धोखाधड़ी नहीं की थी।
ट्रंप को औरतों के साथ थी समस्या
किताब में मैरी ने लिखा है कि उनके अंकल ने उन्हें उन पर एक किताब लिखने के लिए कहा था जिसमें लेखक के तौर पर किसी और का नाम जाता। इस किताब का नाम दिया गया था ‘आर्ट ऑफ द कमबैक।’
मैरी को ट्रंप ने असंतुष्ट महिलाओं की एक सूची भी दी थी जिनके साथ वो डेट करने वाले थे, लेकिन बात बन नहीं पाई और अचानक वे लोग खराब और बदसूरत हो गईं जिनसे वे कभी मिले थे।
मैरी आरोप लगाती हैं कि इस काम के लिए बाद में उन्होंने किसी और को रख लिया कि उनके काम के लिए कभी भुगतान नहीं किया गया।
डोनॉल्ड पर गंभीर आरोप लगाते हुए मैरी लिखती हैं कि जब वे 29 साल की थीं तो डोनाल्ड ट्रंप ने उनके शरीर को लेकर इशारों में कॉमेंट्स किए थे। मैं उनकी भतीजी हूं और वे अपनी दूसरी पत्नी मार्ला मैपल्स से शादीशुदा थे।
किताब में यह भी जिक्र किया गया है डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी मौजूदा पत्नी मेलानिया से कहा था कि उनकी भतीजी ने यूनिवर्सिटी की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी और किताब के प्रोजेक्ट के लिए उनकी सेवाएं जब ली जा रही थीं तो वे ड्रग्स लेती थीं।
मैरी मानती हैं कि उन्होंने कॉलेज छोड़ा था लेकिन कभी ड्रग्स लेने की बात से वो इनकार करती हैं। मैरी का कहना है कि उनके अंकल ने ये कहानी ख़ुद को मेरे मसीहा के तौर पर जताने के लिए गढ़ी।
“ये कहानी उनके फायदे के लिए थी और इससे दूसरों का भी फायदा था। और जब तक कि कोई सवाल उठाता, उन्होंने शायद अपनी कहानी पर ख़ुद ही यकीन कर लिया था। “