जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ। चार साल पहले आज के ही दिन आधी रात से 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया था। अचानक हुई नोटबंदी के कारण पूरे देश में कैसे हड़कंप मचा था, वो दृश्य आज भी हरे है। नोटबंदी के करीब आधे घंटे बाद ही एटीएम मशीनों के बाहर लोगोंं की लंबी कतारे लगना शुरू हो गई थीं।
एटीएम के बाहर लाइन में लगे लोग अपना जरूरी काम छोड़कर देश के इस फैसले के साथ थे, तभी तो कही से विरोध के कोई स्वर नहीं सुनाई दिए। लोग बैंकों के बाहर ही डटे रहे। ऐसे वक्त में जहां एक तरफ मोदी सरकार ने इसे कालेधन पर बड़ा हमला बोला तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने इसे देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी बताया।
ये भी पढ़े: आइये आपको बताएं अमरीकी राष्ट्रपति के ठाट
ये भी पढ़े: अयोध्या में डिजिटल दिवाली की तैयारी, देखने को मिलेगी भव्य आतिशबाजी
कांग्रेस आज भी नोटबंदी के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है। वहीं विपक्ष पर पलटवार करने के लिए बीजेपी के अलावा खुद पीएम मोदी भी मैदान में आ गए हैं।
कांग्रेस सुबह से ही नोटबंदी के मुद्दे पर बीजेपी सरकार पर हावी थी, तभी अचानक Pm मोदी के एक ट्वीट से कई फायदे गिना दिए गए। हालांकि हमलावर कांग्रेस पार्टी पर इसका कोई खास असर तो नहीं हुआ बल्कि वो अपने कैंपेन को और तेज कर दिए।
Demonetisation has helped reduce black money, increase tax compliance and formalization and given a boost to transparency.
These outcomes have been greatly beneficial towards national progress. #DeMolishingCorruption pic.twitter.com/A8alwQj45R
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2020
नोटबंदी के चार साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इससे काले धन को कम करने में मदद मिली है, कर जमा करने में वृद्धि हुई है और पारदर्शिता बढ़ी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘नोटबंदी ने कालेधन को कम करने में, कर अनुपालन बढ़ाने में तथा पारदर्शिता सुदृढ़ करने में मदद की है।’
ये भी पढ़े: बिहार चुनाव: नतीजों से पहले RJD ने कार्यकर्ताओं से क्या कहा
ये भी पढ़े: तुम नहीं तुम्हारा स्पन्दन अभी जिन्दा है
नोटबंदी PM की सोची समझी चाल थी ताकि आम जनता के पैसे से ‘मोदी-मित्र’ पूँजीपतियों का लाखों करोड़ रुपय क़र्ज़ माफ़ किया जा सके।
ग़लतफ़हमी में मत रहिए- ग़लती हुई नहीं, जानबूझकर की गयी थी।
इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज़ बुलंद कीजिए। #SpeakUpAgainstDeMoDisaster pic.twitter.com/WIcAqXWBqA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2020
उन्होंने कहा, ‘ये परिणाम देश की प्रगति के लिए बहुत लाभकारी रहे हैं।’ प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट के साथ एक ग्राफिक भी साझा किया है, जिसमें दर्शाया गया है कि किस तरह से विमुद्रीकरण से कर जमा होने में वृद्धि हुई, कर तथा जीडीपी अनुपात बढ़ा, भारत अपेक्षाकृत कम नकदी आधारित अर्थव्यवस्था बना और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती मिली।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने वीडियो ट्वीट में कहा, ‘नोटबंदी पीएम की सोची समझी चाल थी ताकि आम जनता के पैसे से ‘मोदी-मित्र’ पूंजीपतियों का लाखों करोड़ रुपय कर्ज माफ किया जा सके। गलतफहमी में मत रहिए- गलती हुई नहीं, जानबूझकर की गई थी। इस राष्ट्रीय त्रासदी के चार साल पर आप भी अपनी आवाज बुलंद कीजिए।’
ये भी पढ़े: डंके की चोट पर : नमस्ते ट्रम्प
ये भी पढ़े: तो क्या ट्रंप का फैसला पलट सकते हैं बाइडेन, भारतीयों को होगा फायदा