न्यूज डेस्क
देश की अर्थव्यवस्था भले ही सुस्त हो, लेकिन राजनीतिक दलों की चुस्त है, खासकर बीजेपी की। बीजेपी की कमाई 24.10 अरब रुपए तक पहुंच गई है।
भारतीय जनता पार्टी की कमाई पांच धुर-विरोधी पार्टियों की कुल कमाई से भी दोगुनी ज्यादा है। मार्च 2019 में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में बीजेपी की कमाई दोगुना होकर लगभग 24.10 अरब रुपए तक पहुंच गई। बीजेपी की कमाई का लगभग दो तिहाई मतलब 14.50 अरब रुपए चुनावी बॉन्ड से आया है।
चुनावी चंदा मिलने के मामले में बीजेपी ने सबसे बड़ी छलांग लगाई है। वित्त वर्ष 2017-18 में पार्टी को मिले 10.27 अरब रुपए के चंदे के मुकाबले 2018-19 के वित्त वर्ष में ये 24.10 अरब रुपए तक पहुंच गया है।
हालांकि एक मामले में कांग्रेस अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा से आगे निकल गई है । हालिया दौर में हुए विधानसभा चुनावों में उसकी जीत के बाद पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव से पहले उसे मिलने वाले चंदे में साढ़े चार गुना की बढ़ोतरी दिखाई दे रही है ।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट के मुताबिक चुनावी बॉन्ड व्यक्तियों के अलावा व्यापारियों को भी गुमनाम रूप से राजनीतिक पार्टियों को चंदा देने की अनुमति देते हैं।
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गौरतलब है कि मई 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी दोबारा केंद्र की सत्ता पर काबिज हुई। इस चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत मिला।
राजनीतिक दलों की कमाई में बीजेपी के बाद दूसरे नंबर पर कांग्रेस रहीं। कांग्रेस की कुल 9.18 अरब रुपए की कमाई हुई जिसमें 41.7 फीसदी चुनावी बॉन्ड से मिला। रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के अलावा सिर्फ टीएमसी को इसकी कुल कमाई यानी 1.92 अरब में आधा धन चंदा चुनावी बॉन्ड के जरिए मिला।
टीएमसी के चुनावी चंदे में सबसे ज्यादा बढ़ोत्तरी रिकार्ड चालीस गुना हुई है। मालूम हो कि पश्चिम बंगाल में 2021 के शुरुआत में चुनाव होना है।
वहीं देश की सबसे बड़ी वामपंथी पार्टी सीपीआईएम के चंदे में गिरावट देखने को मिलीं, ये गिरवाट 3.7 फीसदी की दर्ज की गई। रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2017-18 और 18-19 के बीच ये तुलना है।
गौरतलब है कि 2017-18 में सरकार द्वारा चुनावी बॉन्ड पेश किए जाने के बाद से राजनीतिक दलों ने अपनी आय में तेजी से बढ़ोतरी दिखाई है।
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