स्पेशल डेस्क
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने में केवल कुछ दिन बचे हुए है। ऐसे में नई सरकार की किसकी बनेगी इसको लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है। बीजेपी दोबारा सत्ता में आने के दावा कर रही है तो वही विपक्ष के हौंसले बुलंद है। ऐसी चर्चा है कि परिणाम चुनाव आने से पूर्व ही राहुल गांधी सरकार बनाने को लेकर एक बैठक कर सकते हैं। उधर तीसरे मोर्चा भी सक्रिय हो गया है और राष्ट्रपति से मुलाकात की तैयारी में है।
राजनीतिक के जानकार मान रहे हैं कि बीजेपी अगर बहुमत से दूर रहती है तो कांग्रेस तीसरे मोर्चा के सहारे भी बीजेपी को सत्ता से बेदखल करने के बारे में गहन चिंतन कर रही है। मोदी अगर प्रधानमंत्री नहीं बनते हैं तो विपक्ष के पास कौन-कौन से दावेदार है।
बात अगर पीएम की दावेदारी की जाये तो इसमें सबसे बड़ा नाम राहुल गांधी है। राहुल गांधी हालांकि अपने को पीएम का दावेदार नहीं बता रहे हैं लेकिन उन्होंने इतना साफ कहा है जनता जिस भूमिका में उनको चुनेंगी वह उसके लिए पूरी तरह से तैयार है। इनके आलावा कतार में मायावती से लेकर ममता बनर्जी तक पीएम की रेस में बनी हुई है लेकिन यह तभी संभव है जब नतीजे उनके हक में आये।
23 मई से पहले ही राहुल गांधी कर सकते हैं बैठक
उधर कांग्रेस से मिल रही जानकारी के अनुसार नई सरकार बनाने के लिए राहुल गांधी नतीजे से एक दिन पहले ही बैठक कर सकते हैं। इस बैठक में कई बड़े दल के नेताओं के शामिल होने की बात की जा रही है। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू राहुल गांधी के साथ-साथ कई बड़े नेताओं से मुलाकात की थी लेकिन ममता ने 23 मई की बैठक से किनारा कर लिया था। ममता ने इसके पीछे का तर्क दिया था नतीजे आने से पूर्व बैठक करना जल्दीबाजी होगा जबकि मायावती और अखिलेश इस पक्ष में नजर नहीं आ रहे हैं। पर्दे के पीछे कुछ और खेल खेला जा सकता है लेकिन राहुल गांधी बैठक कर सारे विकल्प पर गौर करने का मन बना लिया है।
मायावती और ममता की पीएम बनने की है महात्वाकांक्षा
कांग्रेस को अगर बहुमत नहीं मिलता है तो राहुल गांधी एक बार फिर पीएम बनने का सपना टूट सकता है लेकिन बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस इसकी कुबार्नी भी दे सकती है। उधर मायावती भी पीएम बनने का सपना देख रही है। अखिलेश ने भी इस बाद पर अपनी मुहर लगायी थी। उन्होंने कहा था कि मायावती को वह पीएम बनाना चाहते हैं जबकि माया उन्हें सीएम बनाने में मदद करेंगी।
मायावती ने कहा है कि अगर मौका मिला तो वह पीएम बनेंगी। इसके लिए मायावती ने लोकसभा चुनाव भी लडऩे को तैयार है। मायावती को अन्य दलों का भी समर्थन खूब मिल रहा है। एचडी देवगौड़ा की पार्टी जनता दल सेक्युलर भी मायावती के पक्ष में है जबकि अभय चौटाला ने मायावती की वकालत की है। दूसरी ओर ममता बनर्जी ने हाल के दिनों में मोदी के खिलाफ जमकर हमला बोला है। उन्होंने पीएम पर कुछ निजी हमले भी किये थे। जरूरत पडऩे पर उन्हें भी पीएम की कुर्सी पर बैठाया जा सकता है।