जुबिली न्यूज डेस्क
दुनिया के अधिकांश देशों में कोरोना महामारी से निपटने के लिए तेजी से वैक्सीनेशन हो रहा है। जानकारों का कहना है कि कोरोना महामारी से मुक्ति सिर्फ और सिर्फ वैक्सीन से ही संभव है। इसलिए जल्द से जल्द लोगों तक वैक्सीन पहुंचाई जाए।
लेकिन इसके साथ एक सवाल यह भी लोगों के जेहन में आ रहा है कि कोरोना की वैक्सीन इस बीमारी से कब तक सुरक्षा देगी। फिलहाल वर्तमान में इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।
ऐसा ही सवाल विश्व स्वास्थ्य संगठन से पूछा गया है जिस पर उसने एक बयान जारी किया है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि वैक्सीन मौतों और अस्पताल में भर्ती होने से रोकने में अहम भूमिका अदा करती है।
जब डब्ल्यूएचओ से सवाल पूछा गया है कि कोरोना वैक्सीन कितने समय तक लोगों को सुरक्षा प्रदान करती है तो इस पर उसका कहना है कि उसके पास इस बारे में अब तक पूरी जानकारी मौजूद नहीं है।
WHO ने कहा है कि दुनिया में अब तक जितनी भी कोरोना वैक्सीन मौजूद हैं, उसके बारे में अभी तक इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है कि वे कब तक मरीज को सुरक्षा प्रदान करती हैं, लेकिन अगले 12 महीनों में इसके बारे में ठीक जानकारी मिल पाएगी।
WHO ने कहा कि, “कई वैक्सीन की सुरक्षा अलग-अलग हो सकती है। उदाहरण के तौर पर सीजनल इंफलुएंजा वैक्सीन हर साल दी जाती है क्योंकि वायरस अपना रूप बदलता रहता है और कई महीनों बाद वैक्सीन की सुरक्षा कम होती चली जाती है।”
यह भी पढ़ें : क्या मोदी के सितारे गर्दिश में है?
यह भी पढ़ें : बिहार में क्या नीतीश सरकार को कोई खतरा है
यह भी पढ़ें : कयासों का रंगमंच और यूपी का हाई वोल्टेज ड्रामा !
WHO ने कहा “वहीं चेचक या खसरा की वैक्सीन कई सालों तक या जिंदगी भर सुरक्षा देती है। सार्स-सीओवी-2-कोरोनावायरस में तब्दीली होती है और यह कई वैरिएंट बनाती है, दुनिया के कई देशों में यह स्थापित हो चुका है। वैज्ञानिक समुदाय और नियामक तेजी से यह जांच कर रहे हैं कि क्या वर्तमान वैक्सीन नए वैरिएंट से लंबी सुरक्षा दे पाएगी।”
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि “कई वैक्सीन निर्माता अभी कई तरह के वैरिएंट को लेकर वैक्सीन बना रहे हैं और ऐसी उम्मीद है कि इन वैक्सीन के साथ बूस्टर शॉट्स भी होंगे जो कि कई वैरिएंट के खिलाफ सुरक्षा बढ़ाएंगे।”
यह भी पढ़ें : अब इस मामले में CM योगी को टक्कर दे रहे हैं अखिलेश
यह भी पढ़ें : गांधी के बारे में अमित शाह और अरुंधति राय के विचार कितने मिलते हैं न !