अंकित प्रकाश
मार्च के बीच में जर्मनी ने सार्वजनिक जीवन को बंद करना शुरू कर दिया था और 23 मार्च को लोगों से आग्रह किया गया कि वे केवल आवश्यक कारणों से ही अपने घरों से बाहर जाएं। हालांकि, 20 अप्रैल के बाद से, लॉकडाउन को धीरे-धीरे कम किया गया है।
इस सप्ताह और अधिक व्यवसाय और सुविधाएं फिर से खुल रही हैं, लेकिन संपर्क प्रतिबंध और सामाजिक दूरी बनाये रखने के नियम अभी यथावत रहेंगे। पहले जहाँ लोगों को मिलने जुलने से बिलकुल रोका जा रहा था वहीँ अब दो आस पास के घर के लोग आपस में मिल सकते हैं। धीरे धीरे इस संख्या को बढ़ा के तीन फिर चार किया जायेगा।
जनरल स्टोर्स पर बिलिंग काउंटर पर अब ग्लास गार्ड लगा दिए गए हैं। बिलिंग करने वाले लोग अब ग्लास गार्ड के पीछे ही खड़े रह कर बिलिंग करते हैं और साथ ही साथ मास्क लगाना और दस्ताने पहनना अब आम हो गया है।
बसों में भी ड्राइवर के बैठने वाली जगह को प्लास्टिक की पन्नी से घेर कर अलग कर दिया गया है ताकि संक्रमण का खतरा कम से कम हो। लोग जगह जगह मास्क खरीद सकते हैं पर एक व्यक्ति एक बार में तीन से ज्यादा मास्क नहीं खरीद सकता है ताकि सबके लिए मास्क उपलब्ध रहें।
स्टोर्स पर अब सभी को चाहे कम या ज्यादा सामान लेना हो, शौपिंग ट्रोली लेकर जाना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा करने से लोगों में ट्राली भर की दूरी अपने आप बनी रहेगी। साथ ही साथ सारे स्टोर्स के बाहर ये लिख दिया गया है कि एक आदमी बाहर,तभी एक आदमी अन्दर। मतलब लोग ट्रोली लेकर लाइनों में लगे रहेंगे और एक आदमी तभी अन्दर जायेगा जब एक आदमी बाहर निकलेगा।
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ऐसा करने से स्टोर्स में एक समय में मौजूद व्यक्तियों की संख्या लगातार नियंत्रित रह सकेगी। बिलिंग की कतार की जगह पर फर्श पर निशान भी बना दिए गए हैं ताकि लोग अपने अपने खानों में समुचित दूरी पर खड़े हों।
कुछ राज्य, पब और रेस्तरां खोलने की तैयारी कर रहे हैं। शहर के केंद्र का पब कोरोनोवायरस स्वच्छता नियमों के अनुपालन में फिर से खोला जायेगा और पब में पैसे का हिसाब करने वाला व्यक्ति मास्क और दस्ताने पहन कर ग्लास गार्ड के पीछे ही रहेगा। लोगों के बीच ज़रूरी दूरी बनाये रखने के लिए कुछ सीटें हमेशा खाली छोडनी पड़ेंगी। लोग सीटें छोड़ छोड़ कर एक दूसरे से ज़रूरी दूरी पर ही बैठेंगे।
बैठने का यही ढंग बसों और ट्रेनों में भी अपनाया जायेगा। कुछ पब्स खाली सीटों पर गुडिया रखने पर विचार कर रहे हैं ताकि होटल खाली न दिखें।
जर्मनी में जिम फिर से खुलने लगे हैं। उन्हें खोलने की अनुमति देने वाला पहला राज्य नॉर्थ राइन-वेस्टफेलिया है। कोलोन में इस जिम में, एक कार्यकर्ता मशीनों को समय समय पर सैनीटाईज़र से कीटाणुरहित करता है, जबकि हर एक जिम जाने वाला फेस मास्क पहन कर ही जाता है।
स्टटगार्ट में टैटू स्टूडियो “मॉमी आई सॉरी” को कुछ शर्तों के तहत 11 मई से बाडेन-वुर्टेमबर्ग में खोलने की अनुमति दे दी गई है। अब जर्मनी में फिर से सामाजिक सुरक्षा उपायों के साथ चर्च सेवाओं की अनुमति है। खेलों की बात की जाय तो जर्मनी में एक बार फिर से उन खेलों की अनुमति है जिनमें संपर्क न होता हो जैसे कि वॉलीबॉल।
भारत अभी लॉकडाउन खोलने की कगार पर है। भारत से पहले जिन देशों ने लॉकडाउन खोलने पर विचार किया है या खोल दिया है उनसे लॉकडाउन खोलने के उपायों के बारे में आइडिया लेना फायदेमंद साबित हो सकता है। यहाँ जर्मनी में लोगों ने मास्कों में अपनी क्रियात्मकता दिखाना शुरू कर दिया है। लोग रंग बिरंगे तरह तरह के डिज़ाइन वाले मास्क अपने घरों पर ही बनाने लगे हैं। कपड़ों से मैच करने वाले मास्कों का चलन भी दिखाई दे रहा है।
(लेखक जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में आईटी प्रोफेशनल हैं, और स्वतंत्र लेखन करते हैं)