जुबिली स्पेशल डेस्क
भारतीय टीम इस वक्त बदलाव के दौर से गुजर रही है। जूनियर खिलाडिय़ों को क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में मौका दिया जा रहा है जबकि सीनियर खिलाड़ी या तो टेस्ट क्रिकेट में खेलते नजर आते हैं तो किसी बड़े वन डे टूर्नामेंट में। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे क्रिकेट अब अपने करियर के अंतिम दौर में है और बीसीसीआई अभी से इन खिलाडिय़ों का विकल्प तलाशने में जुट गई है।
चैम्पियंस ट्रॉफी में सीनियर खिलाडिय़ों को मौका दिया गया है और रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंपी गई लेकिन माना जा रहा है कि ये सीरीज शायद कई सीनियर खिलाडिय़ों की अंतिम सीरीज साबित हो सकती है क्योंकि बीसीसीआई आगे की सोच रहा है और सीनियर खिलाडिय़ों को भी इस बात की जानकारी दे दी गई है।
रोहित शर्मा 38 साल के होने वाले हैं और बीसीसीआई चाहता है कि वो जल्द अपने संन्यास का ऐलान करे ताकि किसी युवा खिलाड़ी को उनकी जगह उतारा जा सके।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मताबिक टीम इंडिया के सेलेक्टर्स साल 2027 के वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए प्लानिंग करना चाहते हैं। ऐसे में रोहित शर्मा का स्टैंड भी क्लियर होना चाहिए। माना जा रहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट के बाद टीम इंडिया बदलाव करने की तैयारी कर ली हैं।
इतना ही नहीं रोहित शर्मा का भविष्य भी चैंपियंस ट्रॉफी पर निर्भर करेगा। अगर उनका बल्ला खामोश रहा तो उनपर सन्यास का दबाव बनेगा। टूर्नामेंट के खत्म होने के बाद रोहित शर्मा को अपना फ्यूचर प्लान BCCI के सामने रखना पड़ेगा।
नागपुर मैच से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पत्रकार वार्ता के दौरान उनसे संन्यारस के बारे में पूछा गया तो वो पूरी तरह से भडक़ गए और कहा कि ‘जब तीन वनडे और चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है तो मेरे लिए अपने फ्यूचर की योजनाओं के बारे में बात करना कितना उचित है।
मेरे फ्यूचर पर खबरें कई सालों से चल रही हैं और मैं उन खबरों पर स्पष्टीकरण देने के लिए यहां नहीं हूं। मेरे लिए तीन मैच और चैंपियंस ट्रॉफी बहुत महत्वपूर्ण हैं। मेरा ध्यान इन मुकाबलों पर है और मैं देखूंगा कि इसके बाद क्या होता है। ’