जुबिली स्पेशल डेस्क
इन दिनों आम जनता एलपीजी सिलेंडर के लगातार बढ़ रहे दामों को लेकर परेशान हैं। इस मुद्दे पर सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्ष जमकर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रह है।
देश में महंगाई की मार से आम आदमी बेहाल है। आम-आदमी सबसे ज्यादा परेशान पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से है। पेट्रोल की आसमान छूती कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना चुकी जबकि गैस के दामों में बढ़ोत्तरी लगातार देखने को मिल रही है।
इसके अलावा खाद्य तेलों की कीमत भी दोगुनी हो गई है। वही दूध, एलपीजी सिलेंडर, दालों की बढ़ी क़ीमतों ने भी आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है।आलम तो ये हैं कि महंगाई के मामले में अप्रैल में पिछले 8 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया था ।
यह भी पढ़ें : …और अब भीलवाड़ा में खराब हुआ माहौल
यह भी पढ़ें : WHO ने बताया भारत में कोरोना से कितनी हुई मौतें
इस वजह से कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रही है। संसद के मानसून सत्र के दौरान सोमवार महंगाई को लेकर एक बार फिर कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगा और सारे आंकड़े गिनाते हुए बताया कि 2017 से 2022 तक महंगाई कैसे बढ़ी।
दरअसल सोमवार को लोकसभा में महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की गयी। यह चर्चा नियम 193 के अंतर्गत होगी। इसके लिए शिवसेना नेता विनायक राउत और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी नोटिस दिया था।
इसी दौरान कांग्रेस ने सदन में बताया कि कैसे महंगाई बढ़ी है। पंजाब के आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में महंगाई पर चर्चा के दौरान कुछ आंकड़े पेश करते हुए सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि 2017 में बेरोजगारी दर 4.77 प्रतिशत थी जो 2018 में ब?कर 7त्न हो गयी और 2019 में ब?कर 7.6 प्रतिशत हो गयी। ये दर 2020 में बढ़कर 9.1% हो गयी, 2021 में 7.9 प्रतिशत और जून 2022 में बेरोजगारी दर 7.8 प्रतिशत थी।
वो यही नहीं रूके आगे उन्होंने कहा कि किसी भी विकसित देश में यह मापदंड है कि दो-तिहाई लोगों को रोजगार मिलना चाहिए। पर आज की तारीख में भारत में केवल 40 करोड़ लोगों के पास रोजगार है और अगर हम खुद को विकसित देशों की श्रेणी में ले जाना चाहते हैं तो इस आंक?े को 84 करो? तक ले जाना होगा।” उन्होंने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात है कि सरकार के पास इसे 40 से 84 करो? पहुंचाने की कोई रणनीति नहीं है।