न्यूज डेस्क
दोस्तों ज्यादातर बच्चों की परेशानी होती है की वे लगातार ज्यादा समय तक नहीं पढ़ पाते और वे चाहते है कि अपना ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई में लगाए लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। फिर वे सोचने लगते है की ऐसा हम कर ही नहीं सकते। लगातार इस तरह की सोच बनी रहने से आप अपने आपको नुकसान पहुंचाते है। इसीलिए इस तरह की धारणा रखना गलत है। आप सोचे की ऐसा मुमकिन है और आप भी ऐसा कर सकते है।
ज्यादातर लोगों का मानना है कि अगर आप कोई काम नहीं कर सकते तो आप या तो असफल होंगे या फिर सफल। लेकिन अगर आप सफल नहीं होते है तो इसका मतलब ये नहीं की आप असफल हो गये है। आप असफल नहीं हुए है सिर्फ आपका तरीका गलत है। इस संसार में असफलता नाम की कोई चीज नहीं होती बस लोगों को अपने तरीके बदलने की जरूरत होती है। अगर आप ज्यादा समय तक लगातार नहीं पढ़ पा रहे है तो इसका मतलब ये नहीं की आप ये कर नहीं सकते।
आप सब कुछ कर सकते है सिर्फ आपको अपने तरीके को बदलना होगा। ऐसा होने के पीछे कुछ कारण भी हो सकते है जो आपको लगातार परेशान कर सकते है। उनमें सही तरीके का न होना शामिल हो सकता है। इसके अलावा एक ही किताब को काफी ज्यादा समय तक पढ़ने की वजह से भी ऐसा हो सकता है। वहीं कुछ लोगों को ये भी पता नहीं होता की उनका दिमाग किस तरफ जा रहा है और वो क्या करना चाह रहे है।
सही दिशा में सार्थक प्रयास जरुरी
कई बार हम मेहनत और प्रयास तो बहुत करते है मगर सफलता नही मिलती है, दूसरी तरफ कुछ लोग कम मेहनत और कुछ प्रयास में ही सफल हो जाते है। इसका कारण उनका सही दिशा में सार्थक प्रयास होता है। जैसे – अगर हम कील को उल्टा पकड़कर कितनी भी जोर से दीवार में ठोंके वह नही ठुक सकती है, वहीं उसे सीधा कर देने पर वह थोड़े प्रयास से ही आराम से ठुक जाएगी।
इन बातों का रखें ध्यान
पढ़ाई करते समय कई ऐसी बातें होती है जो ध्यान देने योग्य होती है अगर आप उन बातों को ध्यान में रखेंगे तो आप सही ढंग से पढ़ पपाएंगे और सफलता के करीब पहुँच सकेंगे.
- पढाई हमेशा कुर्सी-टेबल पर बैठ कर ही करें , बिस्तर पर लेट कर बिलकुल भी न पढ़े । लेटकर पढने से पढ़ा हुआ दिमाग में बिलकुल नही जाता , बल्कि नींद आने लगती है ।
- पढ़ते समय टेलीविजन न चलाये और रेडियो या गाने भी बंद रखे ।
- पढाई के समय मोबाइल स्विच ऑफ़ करदे या साईलेंट मोड में रखे।
- पढ़े हुए पाठ्य को लिखते भी जाये इससे आपकी एकाग्रता भी बनी रहेगी और भविष्य के लिए नोट्स भी बन जायेंगे
- कोई भी पाठ्य कम से तीन बार जरुर पढ़े ।
- रटने की प्रवृत्ति से बचे , जो भी पढ़े उस पर विचार मंथन जरुर करें ।
- शार्ट नोट्स जरुर बनाये ताकि वे परीक्षा के समय काम आये ।
- पढ़े हुए पाठ्य पर विचार -विमर्श अपने मित्रो से जरुर करें , ग्रुप डिस्कशन पढाई में लाभदायक होता है।
- पुराने प्रश्न पत्रों के आधार पर महत्वपूर्ण टोपिक को छांट ले और उन्हें अच्छे से तैयार करें ।
- संतुलित भोजन करें क्योंकि ज्यादा भोजन से नींद और आलस्य आता है , जबकि कब भोजन से पढने में मन नही लगता है ,और थकावट, सिरदर्द आदि समस्याएं होती है।