जुबिली स्पेशल डेस्क
भारतीय सेना में एक बार फिर हनी ट्रैप का मामला देखने को मिला है। दरअसल भारतीय सेना में जासूसी से जुड़ी बड़ी खबर उस समय सामने आई जब राजस्थान में तैनात सेना के जवान को पाकिस्तानी महिला एजेंट्स ने हनी ट्रैप में फंसा लिया।
इतना ही नहीं इस भारतीय जवाने ने कई गोपनीय जानकारियां पाकिस्तानी महिला एजेंट्स से साझा कर डाली। इतना ही नहीं इस पूरे प्रकरण में पैसे देने की जानकारी भी सामने आ रही है। जवान को शासकीय गुप्त बात अधिनियम, 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है।
स्थानीय मीडिया में आरोपी जवाब का नाम शांतिमय राणा है और उसे पुलिस की इंटेलिजेंस विंग ने अरेस्ट भी कर लिया है। इस जवान की तैनाती जयपुर में अर्टलरी यूनिट में थी और वो पश्चिम बंगाल के बागुंडा जिले के गांव कंचनपुर का रहने वाला है।
इस पूरे मामले पर राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के डायरेक्टर जनरल उमेश मिश्रा ने कहा, कि पाकिस्तानी एजेंट गुरनौर कौर उर्फ अंकिता और निशा ने सोशल मीडिया के जरिए जवान से संपर्क किया था।
इंटेलिजेंस विंग ने आगे बताया कि बाद में दो महिलाओं ने राणा का नंबर लिया था। वे दोनों ही राणा से वॉट्सऐप पर बात करती थीं। दोनों ने पहले राणा का भरोसा जीता। फिर उससे खुफिया जानकारियां लेने लगीं।
इसके बदले राणा के खाते में कुछ पैसा भी ट्रांसफर किया गया था। वहीं अब इस पूरे मामले की जांच हो रही है आरोपी जवान का कहना है कि वह मार्च 2018 से भारतीय सेना में काम कर रहा है और पिछले काफ समय से वाट्सऐप चैट, वीडियो और ऑडियो मेसेज के जरिए महिला पाक एजेन्ट से बात कर रहा था।
उसने ये भी बताया कि महिला ने खुद को शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला बताया था। उसने बताया कि उन्होंने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेस में काम करने वाला बताया था। इन महिलाओं को उसने गोपनीय दस्तावेज, फोटोग्राफ्स, युद्धाभ्यास के वीडियो भेजा था।