जुबिली न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली. बिहार के मुंगेर जिले के बरियारपुर थाने में एक अजब-गज़ब मामला सामने आया है. इस थाने में तैनात होमगार्ड ने थाने की दीवारों और टॉयलेट को निशाना बनाकर अचानक से अपनी रायफल से फायरिंग शुरू कर दी. थाने पर होती फायरिंग से वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को लगा कि हमला हो गया है. पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए अंधाधुंध फायर झोंके. फायरिंग बंद हुई तो थाने के बाहर होमगार्ड की लाश बरामद हुई.
तीन दिन पहले इस थाने में पोस्ट हुए होमगार्ड मोहम्मद जाहिद ने घर जाने के लिए कुछ दिनों की छुट्टी माँगी थी. उसकी छुट्टी की अप्लीकेशन मंज़ूर नहीं हुई तो होमगार्ड नाराज़ हो गया. उसने थाने से बाहर निकलकर अपनी सरकारी रायफल से थाने की दीवार पर फायरिंग शुरू कर दी. थाने के भीतर से हुई जवाबी कार्रवाई में होमगार्ड मोहम्मद जाहिद की मौत हो गई.
होमगार्ड की मौत के बाद पुलिसकर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी. होमगार्ड की मौत की खबर सुनकर अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ डीआईजी भी मौके पर पहुंचे. डीआईजी का कहना है कि प्राथमिक जांच से पता चला है कि होमगार्ड मानसिक रूप से विक्षिप्त था.
साल 1989 में होमगार्ड में भर्ती हुए मोहम्मद जाहिद की इस थाने पर तीन दिन पहले ही पोस्टिंग हुई थी. जानकारी के अनुसार दो दिन पहले जाहिद के परिवार के लोगों ने थाने आकर कहा था कि वह बीमार है. इलाज के लिए उसे कुछ दिन की छुट्टी दे दी जाए.
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छुट्टी न मिलने से नाराज़ होमगार्ड ने फायरिंग कर दी और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया. परिवार वालों ने पुलिस पर जाहिद की हत्या का आरोप लगाया है जबकि डीआईजी ने कहा है कि पुलिस ने सिर्फ जवाबी कार्रवाई की है. थाने पर हमला तो होमगार्ड ने किया था. थाने पर हमला उसका आपराधिक कृत्य था. पुलिस अधिकारियों का कहना है उसे किसी भी प्रकार की सरकारी सहायता नहीं मिल पायेगी.