न्यूज़ डेस्क।
अम्बेडकर नगर। हर इंसान की चाहत होती है कि उसका अपना एक घर हो। बहुत लोग ऐसे होते हैं, जिनकी जिंदगी किराये के या फिर कच्चे मकान व छान-छप्पर में जिन्दगी बीता देते हैं। केंद्र की मोदी सरकार ने सबका अपना आशियाना हो की योजना आने से ऐसे लोगों में भी पक्के मकान में जिन्दगी गुजारने की उम्मीद की लौ दिखी। लेकिन यह लौ वक्त के साथ-साथ धीमी पड़ने लगी हैं।
मामला जनपद अम्बेडकर नगर के नगरपालिका अकबरपुर क्षेत्र का है। जहां प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों का आवास अधूरा है। वह किसी तरह जुगाड़ वाले आशियाने में जिन्दगी गुजारने को विवश हैं। नगरपालिका अकबरपुर के रसूलाबाद वार्ड में चयनित लाभार्थियों को योजना की पहली किश्त मिली।
जिसके बाद लाभार्थियों ने अपने कच्चे मकान को जमींदोज कर नींव का काम शुरू कर दिया। लेकिन साल भर बाद भी आवास की दूसरी किस्त न मिलने से सैकड़ों आवास का कार्य अधर में पड़ गया है। लाभार्थियों के सामने स्थिति यह हो गई है कि सड़क व खाली जगहों पर जुगाड़ के सहारे छप्पर व पन्नी तानकर किसी तरह अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी गुजार रहे हैं।
कुछ ऐसे लोग भी हैं जिन्हें दो किस्त मिल चुकी है। पक्के मकान की चाहरदीवारी भी खड़ी हो गयी है। लेकिन छत नहीं पड़ पा रही क्योंकि वह तीसरी किस्त का इंतजार कर रहे हैं।
रसूलाबाद वार्ड की निवासी शीला ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास के तहत पहली किस्त मिलने पर बहुत खुशी थी लेतिकन दूसरी किस्त न मिलने की वजह से काफी दिनों तक इंतेजार किया लेकिन अब तो एक साल से ज्यादा हो रहा दूसरी किस्त का अता पता ही नहीं जिसकी वजह से घर के निर्माण का कार्य पूरी तरह से ठप हो गया है।
वहीं सुरेमन ने बताया कि योजना के तहत दो किस्त मिलने पर दो कमरों का शेड बनाकर तैयार कर लिए हैं। तीसरी किस्त पाने के लिए कई महीनों से सर्वे के इंतजार में हूं। सीतादेवी के अनुसार आवास की दो किस्त प्राप्त हुई और रिश्तेदारों से कुछ सहायता लेकर दो कमरों का मकान किसी तरह से तैयार तो कर लिया लेकिन किस्त के सर्वे के लिए आए अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही खाते में तीसरी किश्त आ जाएगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 100 आवास स्वीकृत हुए थे जिसमें से प्रथम किस्त का 20 लाभार्थी इंतजार कर रहे हैं तो वहीं 20 लाभार्थी दूसरी किस्त की प्रतीक्षा में है। जबकि 60 लाभार्थी ऐसे हैं जिन्हें तीसरी किश्त का इंतजार है।
इस सम्बन्ध में जिला परियोजना अधिकारी (डूडा) आदित्य कुमार ने बताया कि जपनद में सर्वे का काम तेजी से चलाया जा रहा है। लगभग छह सौ से ज्यादा लाभार्थियों के खाते में पैसा भेजा जा चुका है। बाकी किश्त लाभार्थियों के खाते में सर्वें का कार्य पूर्ण होने के उपरान्त लाभार्थियों को चिन्हित कर किस्त भेजी जाएगी।
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