- टीम यूएसए को मिला टाप सीड जबकि भारत तथा नार्वे को क्रमशः दूसरा और तीसरा सीड मिला
जुबिली स्पेशल डेस्क
चेन्नई. अनुभवी इलीट खिलाड़ियों, तेजतर्रार नवोदित खिलाड़ियों और होनहार प्रतिभाओं के शानदार मिश्रण के साथ 30 खिलाड़ियों वाली छह भारतीय टीमें चेन्नई के मामल्लापुरम में गुरुवार को शुरू हुए 44वें शतरंज ओलंपियाड में अपनी चुनौती पेश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ-साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, राज्यपाल आरएन रवि भी शामिल हुए।
यह ओलंपियाड में भाग लेने वाला भारत का अब तक का सबसे बड़ा दल है, जिसकी मेजबानी भारत पहली बार कर रहा है। विश्व चैंपियनशिप के चैलेंजर फैबियानो कारुआना के नेतृत्व वाली स्टार खिलाड़ियों से लैस अमेरिकी टीम एलो 2771 के साथ औसत रेटिंग के मामले में सबसे आगे है, जबकि भारत एलो 2696 के साथ दूसरे स्थान पर है।
विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन की टीम नॉर्वे को एलो 2692 में तीसरी वरीयता प्राप्त है। उसके बाद स्पेन (एलो 2687), पोलैंड (एलो 2683) और अजरबैजान (एलो 2680) का स्थान है।
टीम इंडिया 2 में निहाल सरीन, डी गुकेश, आर प्रागनानंदा, रौनक साधवानी और 30 वर्षीय बी. अधिबान सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।
इसने न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी बसे चेस प्रेमियों ने उम्मीदें पाल रखी हैं। इस टीम का औसत एलो 2649 है लेकिन पिछले छह महीनों में धुर विरोधियों के खिलाफ स्कोर करने की उनकी क्षमता उन्हें पदक के प्रबल दावेदार के रूप में सामने लाकर रखती है।
टाप भारतीय टीम में विदित गुजराती, पेंटाला हरिकृष्णा, अर्जुन एरिगैसी, एसएल नारायणन और कृष्णन साईस्किरन शामिल हैं। इनके पास अनुभव और ताकत का मिश्रण है।
अर्जुन और नारायणन डेब्यू कर रहे हैं। अर्जुन एलो 2700 के निशान के करीब मँडरा रहे है और नारायणन एक गंभीर स्थिति और ठोस शैली का प्रदर्शन करते हैं। हरिकृष्णा और शशिकिरन सिद्ध प्रमाणिकता वाले पुराने योद्धा हैं, जबकि विदित ने भी इलीट वर्ग के बीच अपनी पहचान बनाई है।
कोनेरू हम्पी, डी हरिका, आर वैशाली, तानिया सचदेव और भक्ति कुलकर्णी वाली महिला टीम को 2487 के औसत एलो के साथ टॉप सीड दी गई है और यह टीम खिताब की प्रबल दावेदार है। दूसरी ओर, यूक्रेन (2478) और जॉर्जिया (2475) भारत के बहुत करीब हैं और इस लिहाज से भारत को सोने के पदक के लिए हर दिन अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है।
अन्य भारतीय टीमों में भी उलटफेर करने की क्षमता है और बिना किसी दबाव के उनके पास पदक छीनने की भी क्षमता है।
44 वां शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से 10 अगस्त तक होना है और इसमें 187 देश पंजीकृत हैं। इससे पहले किसी भी ओलंपियाड में इतनी संख्या में देशों ने कभी भाग नहीं लिया।