स्पेशल डेस्क
देश में कोरोना वायरस तेजी से अपनी पकड़ बना रहा है। कोरोना से बचने के लिए लोगों को कई तरह के उपाये बताया जा रहे हैं। इसी के तहत सरकार और विशेषज्ञों ने लोगों से साफ-सफाई के साथ ही सैनिटाइजर और मास्क लगाने के लिए कहा है।
हालांकि गांव देहात में कोरोना से लडऩे के लिए मास्क उपलब्ध नहीं है। हिमाचल प्रदेश में सातवीं कक्षा में पडऩे वाली 11 साल की वैष्णवी ने कोरोना से लडऩे के लिए खुद ही मास्क बनाने का बड़ा कदम उठाया है।
वैष्णवी की इस पहल से लोगों को कोरोना जैसी महामारी से लडऩे के लिए मदद मिलेगी। इतना ही नहीं लोगों को जागरुक भी किया गया है।
वैष्णवी के अनुसार उन्होंने पीएम मोदी व स्थानीय विधायका कमलेश कुमारी को आदर्श मानकर इस तरह का कदम उठाया है। वैष्णवी ने खुद मास्क सिलकर लोगों को दे रही है और उनसे मुंह पर मास्क लगाने की अपील कर रही है।
सोशल मीडिया पर वैष्णवी की लोग जमकर तारीफ भी कर रहे हैं। पूरा देश कोरोना वायरस से लडऩे के लिए एकजुट है और हर तरह से लोग अपने-अपने तरीके से इस बीमारी से लडऩे में अपना अहम योगदान दे रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के गांव करहा की सातवीं कक्षा में पडऩे वाली 11 वर्षीय छात्रा वैष्णवी ने अपने तरीके से लोगों की मदद कर रह रही है।
वैष्णवी की मां अनिता भी अपनी बेटी की इस पहल पर काफी खुश है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी हर दिन दस मास्क सिलकर तैयार कर रही है। इसके साथ ही देश के लोगों से मास्क लगाने की अपील भी की है। वैष्णवी के पिता भी खुश है और कहते हैं उनकी बेटी देश की सेवा कर रही है। बता दें कि इस समय कोरोना वायरस से 273 लोगों की जान जा चुकी है।