जुबिली स्पेशल डेस्क
शिमला। हिमाचल प्रदेश में सियासी घमासान अभी थमा नहीं है। हालांकि कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में अपनी सरकार को बचा लिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बड़ी चतुराई के साथ अपनी सरकार को बचा लिया है।
इतना ही नहीं सरकार बचाने में आलाकमान भी बड़ा योगदान है क्योंकि कांग्रेस के बड़े नेता वक्त रहते हैं एक्टिव हो गए थे और विपक्ष की साजिश को पूरी तरह से फेल कर दिया था।
प्रियंका गांधी ने हिमाचल प्रदेश में सरकार बचाने के लिए पूरा जोर लगा दिया था और सभी नेताओं से फोन पर बात मामले को सुलझाने का काम किया है। इस बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बागियों को तगड़ा हमला बोला है।
उन्होंने शुक्रवार को सोलन जिले में आयोजित सभा में बागियों पर निशाना साधते हुए उनकी तुलाना आस्तीन के सांपों से ही अऔर नागों की उपमा दी। उन्होंने जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी से गद्दारी करने वाले विधायक मुंह छुपाते हुए होटलों में कैदियों की तरह रहने को मजबूर हैं।आज भगवान हमारे साथ है, धोखा देने वालों के साथ नहीं, इसलिए हमारी सरकार बची हुई है। CRPF और हरियाणा पुलिस का इस्तेमाल कर भाजपा लोकतंत्र को बंधक बनाने की कोशिश कर रही है।
राज्यसभा चुनाव में जो ड्रामा देखने को मिला उससे जहां एक ओर बीजेपी को फायदा हुआ तो दूसरी तरफ यूपी में सपा को भारी नुकसान उठाना पड़ा तो वहीं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरते-गिरते बच गई।
हिमाचल प्रदेश में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान तब बड़ा खेल हो गया जब कांग्रेस के छह विधायकों ने बगावत कर डाली और क्रॉस वोटिंग कर कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया। उनके इस कदम से कांग्रेस के दिग्गज नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी के राज्यसभा पहुंचने के सपने पर पूरी तरह से ग्रहण लग गया और वो चुनाव हार गए।
इसके बाद बीजेपी की जीत हुई लेकिन उसने असली नजर हिमाचल प्रदेश में अपनी सरकार बनाने पर लग गई थी। कल रात में जब राज्यसभा चुनाव खत्म हुए तो सुबह-सुबह होते-होते ये लग रहा था कि शाम तक हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार की विधायी हो जायेंगी लेकिन सुक्खू सरकार ने अपनी सरकार को बचाने के लिए एक ऐसी चाल चली कि बीजेपी ने सपने में भी नहीं सोचा था। इतना ही नहीं सुक्खू सरकार बच गई और फिलहाल उनकी सरकार पर खतरा नजर नहीं आ रहा है।