जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देकर भारतीय पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जिसके बाद देश की सियासत भी गरमा गई है। विनेश फोगाट ने बृजभूषण शरण के खिलाफ महिला पहलवानों का यौन शोषण करने तक का आरोप लगाया।
इस बीच, बृजभूषण शरण को सामने आकर सफाई देनी पड़ी है और विनेश फोगाट के गंभीर आरोपों के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने आरोपों का जवाब दिया है।
उन्होंने कहा कि कि जैसे ही मुझे पता चला कि पहलवान विरोध कर रहे हैं, मैं यहां आ गया। क्या कोई ऑन रिकॉर्ड है जो कह सकता है कि फेडरेशन ने हमारे साथ छेड़छाड़ की है? उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में ये भी कहा कि कि अगर आपके पास महासंघ के साथ इस तरह के मुद्दे थे, तो उन्हें 10 साल तक किसी ने क्यों नहीं उठाया? जब भी नियम बनते हैं तो मुद्दे सामने आते है।
उधर इस पूरे मामले में साइ लखनऊ ने महिला कुश्ती कैंप को रद्द कर दिया गया है। इसकी जानकारी साईं लखनऊ के निदेशक संजय सारस्वत ने दी है।
वहीं इस पूरे मामले पर संजय सारस्वत ने कहा है कि लखनऊ में इस तरह की कोई शिकायत कभी भी नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि उनका सेंटर हमेशा खेल के लिए सुरक्षित माहौल देता है। उन्होंने कहा कि आज से शुरू हो रहे कुश्ती कैप को कैंसल कर दिया गया।
उन्होंने इतना जरूर कहा कि जैसा कुश्ती संघ और सरकार कहेंगी वैसा पालन किया जायेगा। इसके आलावा संजय सारस्वत ने ये भी कहा है कि अगर किसी भी खिलाड़ी अनुशासनहीनता की तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जायेगा।
उन्होंने कहा कि उनकी हमेशा कोशिश रहती है यहां पर खिलाडिय़ों खेल के लिए माहौल के साथ सुरक्षित वार्तावरण दिया जाये। हालांकि कुश्ती संघ में विवाद का मामला कोई नया नहीं है।
इससे पहले क्षेत्रवाद का आरोप लगता रहा है। इतना ही नहीं दिल्ली और हरियाणा के पहलवानों के बीच खींचातान का खेल भी चलता है। कहा तो ये भी जा रहा है कि कई ऐसे पहलवान है जो बगैर ट्रायल और नेशनल खेले बगैर ही रिंग में उतरना चाहते हैं, इसकी वजह से कुश्ती संघ में विवाद पैदा हो गया था।