जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। बिहार का सबसे चर्चित मामला चारा घोटाला में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव समेत 75 आरोपियों को दोषी करार दिया गया है।
इस मामले में 24 आरोपियों को सबूत के अभाव में बरी कर दिया गया है।
सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने 36 लोगों को 3-3 साल कैद की सजा सुनाई है।राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के सजा के बिंदु पर अब सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस के शशि की कोर्ट में 21 फरवरी को सुनवाई होगी।
कोर्ट में जब फैसला सुनाया जा रहा था तब लालू यादव के समर्थकों का भारी जमावड़ा कोर्ट के बाहर देखने को मिला है और फैसला आते ही लालू के समर्थकों में निराशा व मायूसी छा गई है। इतना ही नहीं लालू प्रसाद यादव के निजी सचिव रहे विनोद श्रीवास्तव की आंखों से आंसू बहने लगे।
कई अन्य समर्थक रोने लगे। कोर्ट के बाहर राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्दिकी ने काफी मायूस नजर आये और कहा कि कि लालू जी आजीवन गरीबों-पिछड़ों के लिए संघर्ष करते रहे। सिद्दिकी ने कहा कि अदालत के फैसले पर वह कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन हम अपने नेता के गिरते स्वास्थ्य को लेकर बेहद चिंतित हैं।
इसके आलावा कोर्ट के बाहर पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक भी मौजूद थे लेकिन जैसे ही लालू को दोषी करार दिया गया तो वो फौरन वहां से चुपचाप कुछ कहे बगैर गाड़ी में जाकर बैठ गये। हालांकि बाद में मीडिया से बातचीत में कहा कि हम सभी लोग जानते हैं कि लालू प्रसाद यादव कैसे ईमानदारी के साथ हर व्यक्ति को उसका अधिकार दिलाने की लड़ाई लड़ते रहे।
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लालू को दोषी करार दिए जाने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में ले लिया गया है।अब लालू प्रसाद के वकील ने उनकी सेहत का हवाला देते हुए कोर्ट में एक आवेदन देकर उन्हें रिम्स शिफ्ट करने का आग्रह किया है।
इस आवेदन पर आज दो बजे सुनवाई होगी। लालू प्रसाद यादव के वकील प्रभात कुमार ने कहा, ”21 फरवरी को सजा पर सुनवाई होगी। हमने दर्खास्त की है उनकी (लालू प्रसाद यादव) तबियत ठीक नहीं है, जेल प्राधिकरण को निर्देश दिया जाए कि उन्हें रिम्स में शिफ्ट किया जाए।