- लड्डू के लिए मशहूर संडीला में अब लगने लगी फैक्ट्रियां
- पेप्सी, ब्रिटिश पेंट्स, बर्जर पेंट्स, हल्दीराम और वेब्ले स्कॉट को भाया संडीला
- संडीला में फैक्ट्री लगाने के लिए मिले 6,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव
लखनऊ। यूपी की संडीला तहसील लड्डू के लिए दुनिया भर में विख्यात है। लड्डू ही अब तक इस शहर की पहचान और सबसे बड़ा कारोबार रहा है। परन्तु अब संडीला एक बड़े कारोबारी शहर के रूप में भी जाना जाएगा।
प्रदेश सरकार की इंवेस्टर फ्रेंडली नीतियों के चलते संडीला में देश तथा विदेश की कई बड़ी कंपनियां द्वारा लगाई जा रही फैक्ट्रियों के चलते यह बदलाव होगा।
पेप्सी, ब्रिटिश पेंट्स, बर्जर पेंट्स, आईटीसी लिमिटेड, हल्दीराम और वेब्ले स्कॉट सरीखी बड़ी कंपनियों ने संडीला में अपनी फैक्ट्री लगाने की पहल की है। वेब्ले स्कॉट का विश्वविख्यात रिवॉल्वर तो अब संडीला में बनने भी लगा है और जल्दी ही ब्रिटिश पेंट्स और बर्जर पेंट्स भी संडीला में लगाई जा रही फैक्ट्रियों में बनने लगेगा।
लखनऊ से करीब 60 किलोमीटर दूरी पर बसे संडीला क्षेत्र में कुछ समय पहले तक बड़े निवेशक अपनी फैक्ट्री लगाने में उत्साह नहीं दिखाते थे। परन्तु अब बड़े बड़े निवेशक राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडी) से संडीला में अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन चाह रहें हैं।
औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों के अनुसार राज्य में अधिकाधिक निवेश लाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तैयार की गई इंवेस्टर फ्रेंडली नीतियों के चलते संडीला का औद्योगिक माहौल बदला है।
बीते चार वर्षों में संडीला में फैक्ट्री लगाने के लिए 6,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले। जिनमें से ब्रिटेन की जानी-मानी हथियार बनाने वाली कंपनी वेल्बे एंड स्कॉट ने 100 करोड़ रुपए का निवेश कर संडीला में रिवॉल्वर का बनाना भी शुरू कर दिया है।
वेल्बे एंड स्कॉट देश में में फायर आर्म्स बनाने वाली पहली विदेशी कंपनी है जो यूपी में लगाई गई है। इसी प्रकार बर्जर पेंट्स लिमिटेड संडीला में करीब 850 करोड़ का निवेश कर 35 एकड़ भूमि पर अपनी फैक्ट्री लगा रही है।
बर्जर पेंट्स की इस फैक्ट्री में 2500 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसमें कई प्रकार के पेंट्स का उत्पादन किया जायेगा। अप्रैल 2022 तक इस फैक्ट्री में उत्पादन शुरू हो जाएगा।
इंग्लैंड की विख्यात कंपनी ब्रिटिश पेंट्स लिमिटेड ने भी संडीला में 10 एकड़ भूमि यूपीसीडा से लेकर फैक्ट्री लगाने के लिए निर्माण कार्य शुरू किया है। ब्रिटिश पेंट्स लिमिटेड 150 करोड़ रुपए का निवेश कर अपनी फैक्ट्री यहां लगा रही है, इस फैक्ट्री में 600 लोगों को रोजगार मिलेगा। अगले वर्ष इस फैक्ट्री में उत्पादन शुरू होगा।
इसी प्रकार ग्रीन प्लाई कंपनी 600 करोड़ रुपए का निवेश पर 35 एकड़ भूमि पर प्लयेवुड बनाने की फैक्ट्री लगा रही है। कंपनी ने जुलाई 2022 में उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य रखा है। ऑस्टिन प्लाईवुड कंपनी भी 50 करोड़ रुपए का निवेश कर अपनी फैक्ट्री लगा रही है, इस फैक्ट्री में 500 लोगों को मिलेगा।
गंग इंडस्ट्रीज लिमटेड में भी संडीला में 250 करोड़ रुपए का निवेश कर 25 एकड़ भूमि डिस्टलरी यूनिट लगाने के लिए ली है। इस फैक्ट्री में उत्पादन शुरू होने पर 700 लोग रोजगार पायंगे। वरुण बेवरेजेज लिमिटेड यहां पेप्सी से साथ मिलाकर कोल्डड्रिंक, जूस आदि का उत्पादन करने के लिए 700 करोड़ रुपए का निवेश कर फैक्ट्री लगा रही है।
करीब 100 एकड़ में बनी इस फैक्ट्री में 2000 लोगों को रोजगार मिला है। इसी प्रकार आईटीसी लिमिटेड आटा, जूस, चिप्स आदि का उत्पादन करने के लिए 800 करोड़ रुपए का निवेश कर अपनी फैक्ट्री लगा रही हैं। 60 एकड़ में बनने वाली इस फैक्ट्री में 1000 लोग रोजगार पाएंगे। हल्दीराम भी पांच एकड़ में अपनी यूनिट यहां लगा रही है।
करीब 50 करोड़ रुपए का निवेश कर बनाई जा रही इस फैक्ट्री में 250 लोगो को रोजगार मिलेगा। हिंदुस्तान फ़ूड लिमटेड ने भी आठ एकड़ पर 100 करोड़ रुपए का निवेश कर अपनी फैक्ट्री यहां लगा रहा है।
इस फैक्ट्री में 600 लोगो को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा जल्दी ही स्वरुप केमिकल की फार्मा यूनिट यहाँ स्थापित होगी, सिएक लिए जमीन मिल गई है और जल्दी ही फैक्ट्री के निर्माण का कार्य भी शुरू होगा।
संडीला में लगाई जा रही यह फैक्ट्रियां जल्दी ही संडीला को एक प्रमुख औद्योगिक इलाके के विख्यात करेंगी। प्रदेश सरकार द्वारा यहां देश और विदेश के प्रमुख निवेशकों को फैक्ट्री लगाने के लिए जमीन मुहैया करने के चलते ही संडीला अब बड़े -बड़े निवेशकों की नजर में चढ़ गया है।
अब तमाम बड़े निवेशक संडीला में अपनी फैक्ट्री लगाने के लिए अपने निवेश प्रस्ताव शासन को सौंप रहें है। यह बदलाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इंवेस्टर फ्रेंडली नीतियों के चलते हुआ है।
सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर बड़े -बड़े निवेशक राज्य में आये तो उन्हें महत्व दिया गया और उन्होंने यहां उद्योग लगाने की पहल ही। पूर्व की सरकारों में इस क्षेत्र पर खासा ध्यान नहीं दिया गया, जबकि लखनऊ में भूमि उपलब्धता ना होने की स्थिति में संडीला में अधिक उद्योग लगाए जा सकते थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशानिर्देश पर इस ओर ध्यान दिया गया और देखते ही देखते संडीला में 6,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव शासन को मिल गए, जिनमें से करीब पांच हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव को जमीन पर उतार दिया गया है। जिसके चलते सूबे का संडीला क्षेत्र जो अति पिछड़ा क्षेत्र माना जाता था अब वहां लोगो को रोजगार मिल रहा है और संडीला का नाम देश -विदेश में चर्चित हो रहा है।