देश के सबसे बड़े हास्पिटल All India Institute Of Medical Science (AIIMS) ने दिल्ली में इमरजेंसी लाइफ हार्ट अटैक इनीशिएटिव की शुरुआत की है।
अब हार्ट अटैक आने पर एम्स के ट्रेन्ड प्रोफेशनल्स बाइक से मरीज के पास पहुंचेंगे। इसके लिए एम्स ने सर्टिफाइड नर्स की एक टीम तैयार की है, जो खास तौर पर हार्ट अटैक के मरीजों को इमरजेंसी ट्रीटमेंट देने के लिए ट्रेंड किए गए हैं।
इन्हें फर्स्ट रिस्पांडर कहते हैं. हालांकि दिल्ली में ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए और हार्ट अटैक की प्रॉब्लम को गंभीरता को समझते हुए एम्स ने ऐसे मरीजों को बचाने का पूरा इंतजाम किया है।
टोलफ्री नंबर 14430 पर कॉल करके हार्ट अटैक के मरीज या उनके परिवार का कोई सदस्य फर्स्ट रिस्पांसर को बुला सकता है। ये प्रोजेक्ट एम्स के 3 किमी के रेडियस में इमरजेंसी सेवा दे सकता है।
इसका एक कारण ये भी है कि हार्ट अटैक के केस में 10 मिनट के अंदर ही मरीज तक पहुंचना होता है। 3 किमी से ज़्यादा की दूरी पर 10 मिनट तक पहुंचना मुश्किल है। अगर ये प्रोजेक्ट कामयाब होता है तो और भी इलाकों में इसे चलाने की कोशिश की जाएगी।
इस मिशन के लिए 3 एम्स से 3 किमी का रेडियस तय किया गया है, जिसमें 10 मिनट के अंदर फर्स्ट रिस्पांडर मरीज तक पहुंच सके। लोगों को इस मिशन के बारे में बताने के लिए हर हफ्ते एक टीम इस रेडियस के रेसिडेन्ट वेलफेयर ऐसोसिएशन के साथ मिलकर लोगों को जागरुक करती है।
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इस मिशन के लिए 24 घंटे 2 लोग कॉल्स लेने के लिए मौजूद रहते हैं। जैसे ही किसी की कॉल आती है। यहां बैठे ऑपरेटर पेशेंट की डिटेल्स लेते हैं। उनकी लोकेशन वेरीफाई करते ही 2 फर्स्ट रेपोंडर्स इमरजेंसी किट के साथ बिना वक़्त गंवाए बाइक पर सवार होकर निकल जाते हैं। ऑन कॉल ऑपरेटर्स यहां लगे सिस्टम में जीपीएस की मदद से फर्स्ट रिस्पांडर की लोकेशन ट्रेस करते रहते हैं। इसके साथ ही एक कैट्स एम्बुलेंस मरीज के लोकेशन के लिए रवाना कर दी जाती है।