जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को दोपहर बाद हुई घटना ने पूरे देश को सन्न कर दिया। पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर पिछले दिनों आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला थमने का नाम नहीं रहा है।
ताजा मामला राजस्थान के उदयपुर में देखने को मिला जब नूपुर शर्मा के समर्थन में गलती से हुए एक पोस्ट की वजह से कट्टरपंथियों ने टेलर कन्हैयालाल का गला रेत दिया। स्थानीय मीडिया की माने तो लोग कट्टरपंथियों ने टेलर कन्हैयालाल की दुकान में कपड़े सिलवाने की आड़ में दुकान में घुसे थे और पूरी घटना कैमरे में कैद हो गर्ई थी।
स्थानीय मीडिया की माने तो कन्हैयालाल के मोबाइल से नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट को वॉट्सऐप पर फॉर्वर्ड किया गया। लेकिन इस पोस्ट को कन्हैया ने नहीं बल्कि गलती से उसके 8 साल के बेटे ने कर दिया था। कहा जाता है कि वॉट्सऐप पर फॉर्वर्ड होने से कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गया था और लोगों ने उसका बनाना शुरू कर दिया था और साथ में धमकियां मिलने लगी थीं।कन्हैयालाल ने पुलिस को दिए शिकायत पत्र में लिखा था कि मेरा बच्चा गेम खेल रहा था, उस वक्त गलती से वॉट्सऐप पर एक स्टेटस लग गया. मुझे इसकी जानकारी नहीं थी और ना ही मुझे फोन चलाना आता है…
इसके बाद शिकायत पर पुलिस ने इसपर कड़ा एक्शन लेते हुए दस जून को कन्हैयालाल को गिरफ्तार कर लिया था। इतना ही नहीं पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया लेकिन कोर्ट में पेशी के बाद कन्हैया को जमानत मिल गई।
पुलिस की माने तो जमानत के बाद उसको लगातार धमकियां मिलने लगीं। इसके बाद उसने पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। हालांकि पुलिस ने धमकी देने वालों को गिरफ्तार तो नहीं किया लेकिन उन्हें थाने में बुलाकर समझौता करा दिया। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर घर भेज दिया। लेकिन कन्हैयालाल को मिली धमकियों को नजरअंदाज कर दिया था और सुरक्षा भी नहीं दी थी।
आरोपी मोहम्मद रियाज ने 17 जून को एक वीडियो बनाते हुए कहा था कि वह नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले का सिर तन से जुदा कर देगा। उस वीडियो में जो उसने कहा था वैसा ही उसने किया । स्थानीय मीडिया की माने तो 11वें दिन उसने अपने साथी गौस मोहम्मद के साथ मिलकर कन्हैयालाल की बेरहमी से हत्या कर दी।