जुबिली स्पेशल डेस्क
फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। फिल्म को रिलीज हुए दस दिन का वक्त हो गया है लेकिन इससे जुड़े विवाद अब भी कायम है। दरअसल फिल्म के डायलोग को लेकर काफी विवाद हो चुका है। इतना ही नहीं दर्शकों ने आपत्ति जताई थी।
इसको लेकर अधिवक्ता कुलदीप तिवारी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में याचिका भी दर्ज की थी। इस पर सोमार को सुनवाई हुई तो हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड और फिल्म के निर्माता-निर्देशक की कड़ी आलोचना की है।
याचिकाकर्ता कुलदीप तिवारी ने इसे लेकर बयान जारी किया है. बयान के मुताबिक, ‘आपत्तिजनक फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर हमारी याचिका पर सुनवाई के दौरान आज माननीय हाई कोर्ट में जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्रीप्रकाश सिंह की डिवीजन बेंच ने सेंसर बोर्ड और फिल्म के मेकर्स को फटकार लगाई है।
‘ कोर्ट ने कहा कि सिर्फ रामायण ही नहीं बल्कि पवित्र कुरान, गुरु ग्रंथ साहिब और गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों को तो कम से कम बख्श दीजिए, बाकी जो करते हैं वो तो कर ही रहे हैं.