जुबिली न्यूज डेस्क
हाथरस गैंगरेप मामले में पूरे देश में गुस्से का माहौल है। योगी सरकार के कामकाज पर सवाल उठ रहा है। अब देश ही नहीं विदेश में इस मामले को लेकर योगी सरकार पर सवाल उठ रहा है।
हाथरस मामले को लेकर ब्रिटेन में एक सांसद ने 30 से ज्यादा महिला समूहों और दलित संस्थानों के साथ इस मामले में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) से दखल देने की अपील की है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाए जाने की मांग भी उठाई है।
ब्रिटिश सांसद अपसाना बेगम ने महिला-दलित संस्थानों के साथ दुनियाभर में मौजूद अंबेडकर इंटरनेशनल मिशन को भी शामिल कर यूएन की मानवाधिकार संस्था- NHRC को चिट्ठी लिखी है। इसमें UNHRC कमिश्नर मिशेल बैशलेट से मांग की गई है कि वे हाथरस घटना में दखल दें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करें कि वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटा दें।
इसके अलावा चिट्ठी में यह भी मांग की गई है कि योगी के सत्ता में आने के बाद से हाथरस गैंगरेप केस समेत दलित महिलाओं से जुड़े जो अपराध हुए हैं, उन पर अंतरराष्ट्रीय जांच बिठाई जाए।
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यूएन को लिखी गए पत्र में ब्रिटिश सांसद जॉन मैक्डोनेल, किम जॉनसन, बेल रिबेरो-एडी और पॉउला बेकर जैसे नेताओं के हस्ताक्षर हैं।
इन सांसदों ने कहा है कि हाथरस को किसी तरह के अलग अपराध की तरह नहीं, बल्कि दबी हुई जातियों और महिलाओं पर यथाक्रम हमले के तौर पर देखा जाना चाहिए।
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इस पत्र में यूपी के तीन अन्य जिलों में दलित लड़कियों के साथ हुए दुष्कर्म के मामलों को उठाया गया है। कहा गया है कि हाथरस कांड की पीड़िता के शव को यूपी पुलिस ने जला दिया।
इसके 24 घंटे के अंदर ही बलरामपुर में एक 22 साल की महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई, जबकि भदोही में एक 14 साल की दलित लड़की मृत पाई गई, उसका चेहरा खराब कर दिया गया था, जबकि सिर कुचला हुआ था। इसके अलावा आजमगढ़ में भी एक आठ साल की लड़की के साथ रेप की घटना सामने आई थी।
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