जुबिली न्यूज डेस्क
हाथरस मामले में सबकी निगाहें सीबीआई की टीम पर है। सीबीआई इस मामले का खुलासा कब तक करेगी यह तो नहीं मालूम पर सीबीआई को जेल में अहम सुराग मिला है।
चौथी बार जेल पहुंची सीबीआई की टीम ने आरोपियों से पूछताछ की। सबसे ज्यादा पूछताछ मुख्य आरोपी संदीप से की गई है। हाथरस मामले के चारो आरोपी अलीगढ़ जेल में बंद हैं।
सोमवार को सीबीआई की टीम अलीगढ़ जेल गई थी जहां उसने चारों आरोपियों से पूछताछ की थी। टीम के सदस्यों ने जेल व एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचकर विभिन्न बिंदुओं पर जांच की थी।
सीबीआई की टीम ने मेडिकल कॉलेज में पीडि़ता का इलाज करने वाले चिकित्सकों से विभिन्न सवालों का जवाब मांगते हुए कुछ दस्तावेज भी मांगे थे। वहीं जेल में चारों आरोपियों से बारी-बारी से पूछताछ की गई।
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बुधवार को फिर सीबीआई की दो टीमें अलीगढ़ जेल पहुंची थीं। दूसरे दिन गुरुवार दोपहर सीबीआई एक बार फिर से अलीगढ़ जेल व मेडिकल कॉलेज पहुंची।
सीबीआई टीम ने जेल में मुख्य आरोपियों से करीब चार घंटे तक पूछताछ की। वहीं मेडिकल कॉलेज में पीडि़ता के इलाज टीम में शामिल चिकित्सकों के अलावा स्टाफ से भी बातचीत की गई। सूत्रों की मानें तो टीम को मेडिकल कॉलेज व जेल से कई महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं।
जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि सीबीआई की टीम दोपहर बाद जिला कारागार पहुंची। घंटों तक गैंगरेप आरोपियों से पूछताछ करने के बाद वापस लौट गई।
मेडिकल कॉलेज से सीबीआई ने मांगा सीसीटीवी फुटेज
सीबीआई की टीम ने जेएन मेडिकल कॉलेज से सीसीटीवी फुटेज मांगे हैं। पीडि़ता कॉलेज में रेफर होकर कब आई और कब दिल्ली रेफर हुई यह सारी फुटेज सीबीआई टीम ने कॉलेज प्रशासन से मांगे हैं। ऐसे में अब कॉलेज के अधिकारी फुटेज निकलने में लगे हैं।
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वहीं एएमयू के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हटाये गये दो चिकित्साधिकारियों को दो दिन बाद गुरुवार को बहाल कर दिया गया। विवि के उच्चाधिकारियों ने सीएमओ इंचार्ज की ओर से प्रस्ताव मिलने के बाद उसको पास कर दिया। अब दोनों अधिकारी शुक्रवार से पुन: ड्यूटी करेंगे।
चिकिस्तकों को क्यों हटाया गया
सीबीआई की टीम सोमवार की सुबह मेडिकल कॉलेज पहुंची थी। टीम ने हाथरस की पीडि़ता का इलाज करने वाले चिकित्सकों व स्टाफ की सूची मांगकर उनसे घंटों तक पूछताछ की थी। पूछताछ को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि मंगलवार दोपहर ट्रामा सेंटर और इमरजेंसी के कैजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज डॉ. एसएएच जैदी की तरफ से एक नोटिस जारी करके दो मेडिकल ऑफिसर डॉ. उबैद इम्तियाज उल हक और डॉ. मो. अजीमुद्दीन मलिक को पद से हटा दिया।
जारी नोटिस में कहा गया कि संबंधित दोनों डॉक्टर किसी भी तरह की अपनी ड्यूटी को आगे परफॉर्म न करें। इस पर दोनों चिकित्सकों ने हटाने पर आपत्ति जताते हुए कुलपति को पत्र लिखा था।
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वहीं इंतजामिया ने पत्र का संज्ञान लेते हुए कहा था कि उनका टर्म खत्म हो चुका है। सीएमओ इंचार्ज की ओर से रिनुअल के लिए पत्र लिखा जाएगा तो विचार किया जाएगा। ऐसे में बुधवार सीएमओ इंचार्ज की ओर से दोनों को पुन: रखने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। गुरुवार को उच्चाधिकारियों ने इस पर निर्णय लेते हुए दोनों अधिकारियों को बहाल कर दिया।