जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन इंडिया में अब सीट शेयरिंग का फॉमूर्ला धीरे-धीरे निकलता हुआ नजर आ रहा है। अभी तक आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत हो रही है। दोनों ने दो बार एक साथ मिलकर इस मुद़्दे का हल निकालने में जुट गए है।
जानकारी मिल रही है कि दोनों के बीच बातचीत अच्छी रही है और सीट शेयरिंग को लेकर अब दोनों के बीच कोई मतभेद नहीं है। दोनों के बयान अब एक जैसे नजर आ रहे हैं। दोनों पार्टी की बातचीत अब पूरी तरह से बैठक पॉजिटिव रही है। माना जा रहा है कि जल्द इसका एलान भी हो सकता है।
दरअसल कांग्रेस पार्टी के पर्दे के पीछे सभी दलों से अलग-अलग बातचीत कर रही है और किसी भी विवाद से बचने के लिए वो पूरी कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने इस वजह लोकसभा चुनाव में कम सीट पर लडऩे का फैसला किया ताकि क्षेत्रियों दलों से उसका कोई टकराव न हो।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों ही आप और कांग्रेस पार्टियों के बीच लगभग ये तय हो चुका है कि कौन सी पार्टी किस राज्य में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बताया जा रहा है कि केजरीवाल और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बीच बातचीत का नतीजा है कि दोनों के बीच अब पूरी तरह से सीट शेयरिंग को लेकर किसी तरह का विवाद नहीं है। स्थानीय सूत्र बता रहे हैं कि दोनों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला लगभभ फाइनल हो चुका है और जल्द ही इसकी औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी।
कुछ ऐसा होगा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला?
- दिल्ली : 4 सीटों पर AAP और 3 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ सकती है
- पंजाब को लेकर दोनो ही पार्टियां ये साफ कर चुकी है कि दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ेंगे, लेकिन दोनों के बीच ये भी तय हुआ है कि अगर चुनाव से पहले अकाली दल और बीजेपी फिर साथ आते हैं तो उसके बाद दोनों ही पार्टियां पंजाब को लेकर अलग से चर्चा करेंगी
- गुजरात: AAP को सिर्फ 2 सीटें कांग्रेस दे सकती है. हालांकि AAP ने 2 से ज्यादा सीटें मांगी हैं
- हरियाणा : AAP ने 2 से 3 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है, लेकिन यहां पर भी कांग्रेस 1 सीट से ज्यादा आम आदमी पार्टी को देने को तैयार नहीं है
- गोवा: कांग्रेस फिलहाल AAP को एक भी सीट देने को तैयार नहीं है
- गोवा में 2 ही लोकसभा सीट है और कांग्रेस दोनों पर ही चुनाव लड़ना चाहती है