- योगी सरकार के कार्यकाल में अपराधियों को मिट्टी में मिलाया
- योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद 2016 की तुलना में विभिन्न घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई
- दंगा, हत्या, डकैती, लूट, अपहरण और बलात्कार की घटनाएं हुई कम
- कानून-व्यवस्था में ऐतिहासिक सुधार, माफिया और गुंडागर्दी पर शिकंजा
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछले आठ वर्षों में कानून-व्यवस्था के क्षेत्र में ऐतिहासिक सुधार किए हैं। 2017 से राज्य में डकैती, लूट, दंगा, हत्या, अपहरण और बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों में 85 फीसदी तक की भारी गिरावट दर्ज की गई है।
सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के कारण उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था में बड़े पैमाने पर सुधार हुआ है। साथ ही माफिया और गुंडागर्दी पर शिकंजा कस गया है।
प्रमुख अपराधों में भारी कमी
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार योगी सरकार के कार्यकाल में विभिन्न अपराधिक घटनाओं में उल्लेखनीय गिरावट आई है।
डकैती की घटनाओं में 2016 की तुलना में 84.41 फीसदी कमी आई है।
इसके अलावा लूट के मामले 77.43 फीसदी कम हुए हैं। इसी के साथ साथ अपहरण, दहेज हत्या एवं बलात्कार की घटनाओं में भी उल्लेखनीय रूप से कमी देखी गई है।
इसके अलावा पुलिस की सक्रियता और सीसीटीवी सर्विलांस जैसी आधुनिक तकनीकों ने अपराधियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
माफिया और अवैध संपत्तियों पर कार्यवाही
योगी सरकार ने प्रदेश के माफियाओं, गैंगस्टरों और भू-माफिया पर बड़े पैमाने पर कार्यवाही की है। इसके तहत 142 अरब रुपये से अधिक की चल-अचल अवैध संपत्तियां जब्त की गई हैं।
वहीं, 68 माफिया और उनके करीब डेढ़ हजार सहयोगियों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। जबकि 617 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है। इसके अलावा 752 पर गैंगस्टर एक्ट लागू किया गया है।
योगी सरकार में उत्तर प्रदेश का हर नागरिक सुरक्षित
योगी सरकार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश न केवल विकास के मामले में आगे बढ़ा है, बल्कि कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर भी एक नई मिसाल कायम की है।
पुलिस प्रशासन की सक्रियता, तकनीकी उन्नयन और सख्त कानूनों ने अपराधियों को मिट्टी में मिला दिया है। योगी सरकार में उत्तर प्रदेश का हर नागरिक सुरक्षित महसूस करता है। यह सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है।