जुबिली स्पेशल डेस्क
मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार ने अब मौजूदा स्थिति पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इशारों में बड़ा बयान देते हुए कहा कि समाज को परिवारों में दरार पसंद नहीं है।
अजित पवार यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने इसका अनुभव किया है और पहले ही अपनी गलती स्वीकार कर ली है। अब सवाल है कि अजित पवार ने आखिर किस बात को लेकर ये बयान दिया है।
दरअसल लोकसभा चुनाव का जिक्र किया है और अपनी पत्नी सुनेत्रा को अपनी चचेरी बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनावी दंगल में उतारा था।
उन्होंने अपने चाचा शरद पवार की बेटी एनसीपी नेता सुप्रिया सुले के खिलाफ अपनी पत्नी को मैदान में उतारकर गलती की है। उन्होंने कहा कि राजनीति को घर में नहीं आने देना चाहिए।
अजित पवार ने पार्टी नेता और राज्य मंत्री धर्मराव बाबा आत्राम की बेटी भाग्यश्री को शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल होने का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि कोई भी अपनी बेटी को उसके पिता से अधिक प्यार नहीं करता है।
बेलगाम में उसकी शादी करने के बावजूद, वह (आत्राम) गढ़चिरौली में उसके साथ खड़े रहे और उसे जिला परिषद का अध्यक्ष बनाया। अब आप (भाग्यश्री) अपने ही पिता के खिलाफ लडऩे के लिए तैयार हैं। क्या यह सही है?
बता दें कि महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव में बेहद कम दिन रह गया है। अजित पवार बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि कांग्रेस, शिवसेना ठाकरे की पार्टी और एनसीपी पवार की पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है और बीजेपी को रोकने का दावा कर रही है।अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 2024 के लोकसभा चुनावों में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। पार्टी ने महायुती गठबंधन के तहत चार सीटों पर चुनाव लड़ा और तीन पर उसकी हार हुई। इसके अलावा शरद पवार के नेतृत्व वाले गुट ने जिन 10 सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से आठ पर जीत हासिल की।